हजारीबाग: जिला प्रशासन इन दिनों अवैध खनन को लेकर सख्त है. पिछले दिनों में कई जगह प्रशासन का झंडा भी चला है और कई अवैध क्रशर ध्वस्त भी किए गए हैं. ऐसे में जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अवैध उत्खनन के खिलाफ आने वाले दिनों में भी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, सोमवार को समाहरणालय सभागर में संपन्न बैठक में जिला में संचालित खनन गतिविधियों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि अवैध खनन माफियाओं और क्रशर संचालकों पर अंकुश लगाने के लिए संबंधित अधिकारियों और विभागों को रणनीति के साथ काम करने की जरूरत है.
अवैध खनन पर अंकुश लगाने में खासकर खनन, परिवहन विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है. समीक्षा के दौरान में उन्होंने खनन विभाग के अब तक के प्रयासों और उठाए गए कदमों को नाकामी बताते हुए कार्य प्रणाली में सुधार लाने के कहा. इसके साथ ही अवैध खनन माफियाओं पर लगातार अभियान चलाने और संलिप्त माफियाओं पर कारवाई करते हुए नामजद अभियुक्त बनाकर प्राथमिकी दर्ज कराने का सख्त निर्देश दिया.
कोयला उत्खनन कार्य में लगी कंपनी के कोयला खुदाई और परिवहन में अनियमितता में अंकुश लगाने के उद्देश्य से कोयला उत्खनन और परिवहन में सरकार के गाइडलाइन के अनुपालन में निर्धारित मानकों का पालन नहीं करने की शिकायत सहित पर्यावरण मानकों के उल्लंघन करने की शिकायत के मद्देनजर टॉस्क फोर्स को समय-समय पर खदानों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कोयला कंपनियों की मनमानी और मानकों का उल्लंघन के कारण विधि व्यवस्था मामलों पर स्थानीय लोगों का विरोध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
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बैठक में उपस्थित पुलिस उपाधीक्षक को निदेशित किया कि आरोपियों पर सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कराई जाए. केस दर्ज करने से लेकर अनुसंधान में तेजी के साथ दोषी दंडित हो, अवैध खनन माफियाओं पर अंकुश लगे. इस दिशा में पुलिस सक्रिय और सकारात्मक भूमिका निभाए.