पलामू: जिला के बकोरिया में हुए पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई कथित मुठभेड़ की जांच दिल्ली सीबीआई स्पेशल सेल की टीम कर रही है, इसे लेकर सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम पिछले दो दिनों से पलामू में कैंप कर रही है.
बकोरिया में 8 जून 2015 को नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई कथित मुठभेड़ के लिए झारखंड हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम पिछले दो दिनों से पलामू में कैंप कर रही है.
बकोरिया में हुए कथित मुठभेड़ में नक्सली कमांडर डॉ. अनुराग समेत 12 अन्य लोग मारे गए थे. सीबीआई की टीम ने बकोरिया गांव के लोगों से काफी देर तक पूछताछ की, जिसमें कई ग्रामीणों के बयान भी दर्ज किए गए. इससे पहले भी सीबीआई की टीम ने 7 फरवरी को इस मामले में पलामू के तत्कालीन डीआईजी हेमंत टोप्पो और सीआईडी के तत्कालीन एडीजी रेजी डुंगडुंग से जानकारी ली थी.
टावर की जांच हुई जांच
सीबीआई की टीम ने बकोरिया इलाके में लगे मोबाइल टावर की भी जांच की. घटना के दिन इलाके के मोबाइल नेटवर्क से कहां-कहां बात हुई थी इसे लेकर तफ्तीश कर रही है. अफसरों के भी कॉल डिटेल को सीबीआई की टीम खंगाल रही है.
हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई जांच
8 जून 2015 को बकोरिया में तथाकथित मुठभेड़ में नक्सली कमांडर डॉ. अनुराग, उदय यादव , एजाज अहमद, जोगेश यादव समेत 12 लोग मारे गए थे मारे गए थे. जिसके बाद मारे गए पारा टीचर उदय यादव के पिता जवाहर यादव ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए हाईकोर्ट में सीबीआई जांच के लिए अर्जी दी थी. उसके बाद हाईकोर्ट ने पूरे मामले को जांचने के बाद सीबीआई को घटना की जांच करने का आदेश दिए थे.