पाकुड़: राज्य के 12 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी एवं एनडीए गठबंधन ने भले ही जीत कर अपना दबदबा बरकरार रखा है, लेकिन राजमहल अनुसूचित जनजाति सुरक्षित सीट पर बीजेपी को करारी शिकस्त मिली है. भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता मिस्फिका हसन अपने पार्टी का नारा मेरा बूथ सबसे मजबूत को भी सफल नहीं कर पायी. इसके लिए पार्टी समीक्षा कर रही है.
राजनीति ही नहीं बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मिस्फिका जिले के पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के इलामी पंचायत से आती है. मिस्फिका इलामी पंचायत की मुखिया भी है. इनकी शिक्षा, दीक्षा और ओजस्वी भाषण के चलते पार्टी ने इन्हे प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेवारी सौंपी. अनेकों बार प्रदेश प्रवक्ता मिस्फिका ने केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धियों उज्ज्वला योजना, उजाला योजना, आयुष्मान भारत, किसान सम्मान निधि योजना, जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना को पत्रकार सम्मेलनों में न केवल रखा बल्कि अपने पंचायत के लोगों को भी इसका लाभ दिलाया.
चुनाव परिणाम के बाद जो इलामी पंचायत के आंकड़े आये हैं वह खुद भारतीय जनता पार्टी कुनवे में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर अपने ही प्रदेश प्रवक्ता के बूथ पर पार्टी की इतनी फजीहत क्यों हुई. पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के सदर प्रखंड अन्तर्गत इलामी पंचायत में 8 मतदान केंद्र हैं और मतदान केंद्र संख्या 221 में झारखंड मुक्ति मोर्चा से ज्यादा मत 269 भारतीय जनता पार्टी को मिले हैं. इस पंचायत के मतदान केंद्र संख्या 218, 219, 220, 222, 223, 223 एवं 225 में भाजपा दहाई अंक से उपर भी मत प्राप्ती के मामले में नहीं उठ पायी है. प्रदेश प्रवक्ता के पंचायत में झारखंड मुक्ति मोर्चा को 2728 मत मिले, जबकि भाजपा को मात्र 509 ही. पाकुड़ विधानसभा के विधानसभा संयोजक बलराम दुबे से जब प्रतिक्रिया ली गयी तो उन्होने कहा कि वो सभी इसकी समीक्षा कर रहे हैं. उन्होने कहा कि प्रदेश प्रवक्ता सहित संगठन ने मतदाताओं से सीधा सम्पर्क कर ज्यादा से ज्यादा मत हासिल करने का प्रयास किया था. दुबे ने कहा कि वो यह भी जानकारी हासिल कर रहे है कि आखिर चुक कहां हुई.