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'चमकी' से झारखंड भी हुआ सतर्क, अलर्ट पर राज्य के सभी अस्पताल - स्वास्थ्य विभाग

जिस प्रकार से मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) को लेकर बच्चे की मौत हो रही है. इसे देखते हुए और पड़ोसी राज्य होने के नाते झारखंड में भी इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है. इससे जुड़ी सभी तरह की व्यवस्था कर ली गई है.

जानकारी देते रिम्स निदेशक
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Published : Jun 20, 2019, 9:39 AM IST

रांची: बिहार के मुजफ्फरपुर में इंसेफेलाइटिस और चमकी बुखार से लगातार बच्चे की मौत हो रही है. लगभग 125 बच्चों को इंसेफेलाइटिस ने मौत के मुंह में समा गए हैं. वहीं, झारखंड में भी इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया है.

जानकारी देते रिम्स निदेशक


शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष ने बताया कि जिस प्रकार से मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) को लेकर बच्चे की मौत हो रही है. इसे देखते हुए और पड़ोसी राज्य होने के नाते झारखंड में भी इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है. इससे जुड़ी सभी तरह की व्यवस्था कर ली गई है. वहीं रिम्स के निदेशक डॉ. डीके सिंह बताते हैं कि सरकार की तरफ से भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं. रिम्स में भी डॉक्टरों को इसके लिए सूचित कर दिया है. अगर इस तरह की कोई समस्या आती है तो त्वरित इलाज की व्यवस्था की जा रही है.


वहीं, मिली सूचना के अनुसार झारखंड में भी इंसेफेलाइटिस को लेकर रिम्स के शिशु विभाग में 1 से 2 बच्चे के आने की सूचना है, लेकिन एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की समस्या अभी झारखंड में नहीं देखी गई है. जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) के मरीज जरूर आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार, एन्सेफेलाइटिस के मरीज राजधानी के रिम्स और अन्य अस्पतालों में भी आने की सूचना है. इसे लेकर पूरा स्वास्थ्य महकमा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने सभी स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश और अलर्ट में रहने के आदेश भी दे दिए हैं.

रांची: बिहार के मुजफ्फरपुर में इंसेफेलाइटिस और चमकी बुखार से लगातार बच्चे की मौत हो रही है. लगभग 125 बच्चों को इंसेफेलाइटिस ने मौत के मुंह में समा गए हैं. वहीं, झारखंड में भी इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया है.

जानकारी देते रिम्स निदेशक


शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष ने बताया कि जिस प्रकार से मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) को लेकर बच्चे की मौत हो रही है. इसे देखते हुए और पड़ोसी राज्य होने के नाते झारखंड में भी इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है. इससे जुड़ी सभी तरह की व्यवस्था कर ली गई है. वहीं रिम्स के निदेशक डॉ. डीके सिंह बताते हैं कि सरकार की तरफ से भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं. रिम्स में भी डॉक्टरों को इसके लिए सूचित कर दिया है. अगर इस तरह की कोई समस्या आती है तो त्वरित इलाज की व्यवस्था की जा रही है.


वहीं, मिली सूचना के अनुसार झारखंड में भी इंसेफेलाइटिस को लेकर रिम्स के शिशु विभाग में 1 से 2 बच्चे के आने की सूचना है, लेकिन एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की समस्या अभी झारखंड में नहीं देखी गई है. जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) के मरीज जरूर आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार, एन्सेफेलाइटिस के मरीज राजधानी के रिम्स और अन्य अस्पतालों में भी आने की सूचना है. इसे लेकर पूरा स्वास्थ्य महकमा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने सभी स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश और अलर्ट में रहने के आदेश भी दे दिए हैं.

Intro:रांची
हितेश
नोट- इस खबर में स्वास्थ्य मंत्री की बाइट मेल पर है कृपया कर देख लें।

बिहार के मुजफ्फरपुर में इंसेफेलाइटिस व चमकी बुखार से जहां लगातार बच्चे की मौत हो रही है और लगभग 125 बच्चों को इंसेफेलाइटिस ने मौत के मुंह में समा लिया वही बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में भी इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दी है।




Body:रिम्स के पेडियेट्रिक विभाग के विभागाध्यक्ष एके चौधरी ने
बताया कि जिस प्रकार से मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम(एइएस) को लेकर बच्चे की मौत हो रही है, उसे देखते हुए और पड़ोसी राज्य होने के नाते झारखंड में भी इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है और उसी को देखते हुए हमारे यहां भी सभी तरह की व्यवस्था कर ली गई है।


वहीं रिम्स के निदेशक डॉ डीके सिंह बताते हैं कि सरकार की तरफ से भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं वहीं रिम्स में भी डॉक्टरों को इसके लिए सूचित कर दिया है ताकि अगर इस तरह की कोई समस्या आती है तो त्वरित इलाज की व्यवस्था हो सके।




Conclusion:वही मिली सूचना के अनुसार झारखंड में भी इंसेफेलाइटिस को लेकर रिम्स के शिशु विभाग में 1 से 2 बच्चे के आने की सूचना है लेकिन एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की समस्या अभी झारखण्ड में नहीं देखी गई है, लेकिन जापानी इंसेफेलाइटिस(जेई) के मरीज जरूर आ रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार एन्सेफेलाइटिस के मरीज राजधानी के रिम्स और अन्य अस्पतालों में भी आने की सूचना है। इसे लेकर पूरा स्वास्थ्य महकमा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने सभी स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश और अलर्ट में रहने के आदेश भी दे दिए हैं।

बाइट- डॉ डी के सिंह,निदेशक,रिम्स
बाइट- डॉ ए.कें चौधरी,शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष।
बाइट- रामचंद्र चंद्रवंशी, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड सरकार
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