सिमडेगा: विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में 10 परिवारों की घर वापसी कराई गयी है. इनमें करीब 40 सदस्य शामिल थे. यह कार्यक्रम सरना स्थल सिमडेगा में पाहन द्वारा विधिवत तरीके से शुद्धिकरण और पूजन के पश्चात पूरा हुआ.
VHP ने 10 परिवार की कराई 'घर वापसी', कहा- लालच में भटक गए थे लोग
विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में सिमडेगा में 10 परिवारों की घर वापसी कराई गयी है, जिसमें करीब 40 सदस्य शामिल थे. लोगों ने अपने पुरखा-पूर्वजों के धर्म में वापसी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सालों पूर्व में वे लोग लोभ-लालच में आकर रास्ता भटक गये थे.
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सिमडेगा: विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में 10 परिवारों की घर वापसी कराई गयी है. इनमें करीब 40 सदस्य शामिल थे. यह कार्यक्रम सरना स्थल सिमडेगा में पाहन द्वारा विधिवत तरीके से शुद्धिकरण और पूजन के पश्चात पूरा हुआ.
Intro:लोभ-लालच में आकर भटके हुए 10 परिवार के 40 सदस्यों ने अपने मूल धर्म में की वापसी
सिमडेगा: विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में 10 परिवारों की घर वापसी कराई गयी। जिसमें करीब 40 सदस्य शामिल थे। यह कार्यक्रम सरना स्थल सिमडेगा में पाहन द्वारा विधिवत तरीके से शुद्धिकरण व पूजन के पश्चात संपन्न हुआ। लोगों ने अपने पुरखा-पूर्वजों के धर्म में वापसी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सालों पूर्व में वे लोग लोभ-लालच में आकर रास्ता भटक गये थे और परिणामस्वरूप दूसरे धर्म में चले गये थे। लंबे समय अंतराल के बाद आर्थिक उन्नति और बिमारी आदि से छुटकारा न मिलने पर उनका मोहभंग हुआ। जिसकारण वे अपने पूर्वजों के मूल धर्म में वापसी कर रहे हैं। इससे पूर्व पाहन ने सभी लोगों को सरना धर्म की महत्ता और संस्कृति के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
जिले में घर वापसी का यह पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी असंख्य लोगों ने घरवापसी की है। सरकार की ढुलमुल विकास नीति तथा पिछड़ा जिला होने के कारण पूर्व के सालों में विशेष धर्म के अनुयायियों द्वारा इन क्षेत्रों में वृहत स्तर पर धर्मांतरण कराये गये थे।Body:NoConclusion:No
सिमडेगा: विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में 10 परिवारों की घर वापसी कराई गयी। जिसमें करीब 40 सदस्य शामिल थे। यह कार्यक्रम सरना स्थल सिमडेगा में पाहन द्वारा विधिवत तरीके से शुद्धिकरण व पूजन के पश्चात संपन्न हुआ। लोगों ने अपने पुरखा-पूर्वजों के धर्म में वापसी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सालों पूर्व में वे लोग लोभ-लालच में आकर रास्ता भटक गये थे और परिणामस्वरूप दूसरे धर्म में चले गये थे। लंबे समय अंतराल के बाद आर्थिक उन्नति और बिमारी आदि से छुटकारा न मिलने पर उनका मोहभंग हुआ। जिसकारण वे अपने पूर्वजों के मूल धर्म में वापसी कर रहे हैं। इससे पूर्व पाहन ने सभी लोगों को सरना धर्म की महत्ता और संस्कृति के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
जिले में घर वापसी का यह पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी असंख्य लोगों ने घरवापसी की है। सरकार की ढुलमुल विकास नीति तथा पिछड़ा जिला होने के कारण पूर्व के सालों में विशेष धर्म के अनुयायियों द्वारा इन क्षेत्रों में वृहत स्तर पर धर्मांतरण कराये गये थे।Body:NoConclusion:No