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पहली तिमाही में जोमैटो का घाटा बढ़कर ₹356 करोड़ पहुंचा

फूड डिलीवरी एग्रीगेटर (Food delivery aggregator) जोमैटो को 30 जून 2021 को समाप्त हुई तिमाही के दौरान ₹356.2 करोड़ का घाटा हुआ है.

जोमैटो
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Published : Aug 10, 2021, 11:09 PM IST

Updated : Aug 11, 2021, 2:22 AM IST

नई दिल्ली : फूड डिलीवरी एग्रीगेटर (Food delivery aggregator) जोमैटो को 30 जून 2021 को समाप्त हुई तिमाही के दौरान ₹356.2 करोड़ का घाटा हुआ है. कंपनी को समान अवधि में पिछले वित्त वर्ष के दौरान 99.8 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था.

जोमैटो ने बताया कि इस बार जून को खत्म हुई पहली तिमाही के दौरान खर्च बढ़कर 1,259.7 करोड़ रुपये हो गया जबकि समान अवधि के दौरान पिछली बार यह 383.3 करोड़ रुपये था.

दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने कहा कि पिछले साल, हम एक स्वतंत्र तीसरे पक्ष द्वारा किए गए गिग इकॉनमी वर्कर सर्वे में सबसे नीचे थे. हमने स्वीकार किया कि हमें बहुत कुछ करने की जरूरत है और हमने अपने डिलीवरी पार्टनर्स के लिए काम के माहौल को बेहतर करने के लिए तेजी के साथ कई पहल की है.

उन्होंने बयान में कहा कि राजस्व वृद्धि काफी हद तक हमारे मुख्य खाद्य वितरण व्यवसाय में वृद्धि के कारण थी, जो अप्रैल से शुरू होने वाली गंभीर कोविड लहर के बावजूद बढ़ती रही. दूसरी ओर, महामारी ने पहली तिमाही में डाइनिंग-आउट व्यवसाय को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया, जो कि 2021 की चौथी तिमाही में उद्योग को हुए अधिकांश लाभ को उलट देता है .

दूसरी ओर कोविड ने पहली तिमाही में डाइनिंग-आउट व्यवसाय को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया, जो कि चौथी तिमाही में उद्योग को हुए अधिकांश लाभ को उलट देता है. जोमैटो का कुल खर्च बढ़कर ₹1,259.7 करोड़ हो गया.

उन्होंने कहा कि उसका भारत खाद्य वितरण व्यवसाय योगदान सकारात्मक बना हुआ है, हालांकि जून तिमाही में योगदान मार्जिन क्रमिक रूप से थोड़ा कम हो गया है.

पढ़ें - उज्जवला 2.0 : गैस सिलेंडर सस्ते नहीं हुए तो रसोई में उठता रहेगा लकड़ी का धुआं

उन्होंने आगे कहा कि भारत के खाद्य वितरण व्यवसाय ने हमारे इतिहास में किसी भी तिमाही में अब तक के उच्चतम सकल ऑर्डर मूल्य (gross order value) आदेशों की संख्या, लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं, सक्रिय रेस्तरां भागीदारों और सक्रिय वितरण भागीदारों की सूचना दी.

नई दिल्ली : फूड डिलीवरी एग्रीगेटर (Food delivery aggregator) जोमैटो को 30 जून 2021 को समाप्त हुई तिमाही के दौरान ₹356.2 करोड़ का घाटा हुआ है. कंपनी को समान अवधि में पिछले वित्त वर्ष के दौरान 99.8 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था.

जोमैटो ने बताया कि इस बार जून को खत्म हुई पहली तिमाही के दौरान खर्च बढ़कर 1,259.7 करोड़ रुपये हो गया जबकि समान अवधि के दौरान पिछली बार यह 383.3 करोड़ रुपये था.

दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) ने कहा कि पिछले साल, हम एक स्वतंत्र तीसरे पक्ष द्वारा किए गए गिग इकॉनमी वर्कर सर्वे में सबसे नीचे थे. हमने स्वीकार किया कि हमें बहुत कुछ करने की जरूरत है और हमने अपने डिलीवरी पार्टनर्स के लिए काम के माहौल को बेहतर करने के लिए तेजी के साथ कई पहल की है.

उन्होंने बयान में कहा कि राजस्व वृद्धि काफी हद तक हमारे मुख्य खाद्य वितरण व्यवसाय में वृद्धि के कारण थी, जो अप्रैल से शुरू होने वाली गंभीर कोविड लहर के बावजूद बढ़ती रही. दूसरी ओर, महामारी ने पहली तिमाही में डाइनिंग-आउट व्यवसाय को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया, जो कि 2021 की चौथी तिमाही में उद्योग को हुए अधिकांश लाभ को उलट देता है .

दूसरी ओर कोविड ने पहली तिमाही में डाइनिंग-आउट व्यवसाय को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया, जो कि चौथी तिमाही में उद्योग को हुए अधिकांश लाभ को उलट देता है. जोमैटो का कुल खर्च बढ़कर ₹1,259.7 करोड़ हो गया.

उन्होंने कहा कि उसका भारत खाद्य वितरण व्यवसाय योगदान सकारात्मक बना हुआ है, हालांकि जून तिमाही में योगदान मार्जिन क्रमिक रूप से थोड़ा कम हो गया है.

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उन्होंने आगे कहा कि भारत के खाद्य वितरण व्यवसाय ने हमारे इतिहास में किसी भी तिमाही में अब तक के उच्चतम सकल ऑर्डर मूल्य (gross order value) आदेशों की संख्या, लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं, सक्रिय रेस्तरां भागीदारों और सक्रिय वितरण भागीदारों की सूचना दी.

Last Updated : Aug 11, 2021, 2:22 AM IST
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