जशपुर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव में दशहरे की झांकी (Dussehra tableau) में शामिल 20 से अधिक लोगों को तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया. घटना तब हुई जब लोग दशहरा की झांकी में शामिल थे. घटना के तत्काल बाद स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को इलाज के लिए पत्थलगांव सिविल अस्पताल ले जाया गया. इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हुई है, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए. बता दें कि अभी भी अस्पताल में इलाजरत कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.
घटनास्थल पर खूब हुआ हंगामा
बता दें कि कार में भारी मात्रा में गांजा लोड था. घटना के बाद लोगों ने कार का पीछा कर पकड़ लिया. इसके बाद घटनास्थल पर हंगामे का माहौल पैदा हो गया. वहीं घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया.
घटना से नाराज लोगों ने पत्थलगांव थाने का किया घेराव
गौरतलब है कि पत्थलगांव में भीड़ में शामिल 20 लोगों को एक तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया था. घटना से नाराज लोगों ने पत्थलगांव थाने का घेराव कर दिया. पत्थलगांव थाने के एएसआई केके साहू के खिलाफ मौके पर जुटी भीड़ नारेबाजी कर रही है. जबकि प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन का वीडियो बना रहे पुलिसकर्मी की जमकर पिटाई कर दी. इतना ही नहीं मीडियाकर्मियों के कैमरे और मोबाइल भी प्रदर्शनकारियों ने बंद करा दिये. वहां मौजूद लोगों के मुताबिक कार में गांजा भरा था. आरोपी गांजे की तस्करी कर रहे थे, लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हुई है.
जशपुर मामले में दो आरोपी गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार तस्करों में बबलू विश्वकर्मा (21 वर्ष) निवासी सिंगरौली (मध्य प्रदेश) और शिशुपाल साहू पिता रामजन्म साहू (26 वर्ष) निवासी बरगवान थाना बरगवां जिला सिंगरौली (मध्य प्रदेश) शामिल हैं.
घटना पर सीएम ने जताया गहरा दुख
जशपुर में दशहरा झांकी के दौरान हुई हृदयविदारक घटना पर सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर गहरा दुख जताया है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया है कि 'जशपुर की घटना बहुत दुखद और हृदयविदारक है. दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रथम दृष्ट्या दोषी दिख रहे पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई हुई है. मामले की जांच के आदेश दिये गए हैं. कोई भी बख्शा नहीं जाएगा. सबके साथ न्याय होगा. ईश्वर दिवंगदजनों की आत्मा को शांति दे. सीएम एक अन्य ट्वीट में कहा कि घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं...
गृह मंत्री ने दिये कार्रवाई के निर्देश
इधर, पत्थलगांव में हुई घटना मामले पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने जशपुर पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर से चर्चा कर उन्हें घायलों के उचित इलाज और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है.
विपक्ष ने साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस घटना को प्रशासन की नाकामी बताया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश और लखीमपुर जा सकते हैं तो पत्थलगांव भी जाकर वहां के लोगों की पीड़ा और दुख दर्द को समझना चाहिए. मुख्यमंत्री के द्वारा तत्काल मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये और घायलों के परिवार को 10 लाख रुपये की राशि मुहैया कराई जाए. गंभीर रूप से घायलों को तत्काल हेलीकॉप्टर की मदद से रायपुर के एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाए. तभी लोगों को बचाया जा सकता है. वहां के पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटा दिया जाए और पुलिस और सिस्टम को उन्होंने फेल बताया. रमन सिंह ने कहा कि न जाने इस घटना में अभी कितने लोगों की मौत होनी है? घटना के समय कोई भी पुलिस का कर्मी वहां मौजूद नहीं था, जो बड़ी लापरवाही है. विसर्जन के दौरान सड़क को डायवर्ट किया जाना था. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में असामाजिक तत्वों का हौसला दिन-ब-दिन लगातार बढ़ता जा रहा है. सीएम को इस घटना को संज्ञान में लेने की उन्होंने नसीहत दी.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने शनिवार को बुलाया जशपुर बंद
जशपुर हादसे के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय पत्थलगांव पहुंचे. वहां उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात की. साय ने इस घटना में 50 लाख रुपये की जगह 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग की है. इस मुद्दे पर साय ने कल जशपुर जिला बन्द करने की बात भी कही है.
कलेक्टर बोले-घायलों का होगा इलाज, मृतक के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
वहीं जशपुर पत्थलगांव के बस स्टैंड के पास वाहन दुर्घटना पर कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने संवेदना जताई है. उन्होंने कहा है कि घायल का प्राथमिक इलाज करवाया जाएगा. सड़क हादसे में मृतक के परिजनों को प्रशासन की ओर से मुआवजा राशि दी जाएगी.
थाना प्रभारी हटाए गए
पूरे मामले पर जशपुर के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बताया कि घटना में एक गंभीर रूप से घायल की मौत हो चुकी है. जबकि दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए रायगढ़ रेफर कर दिया गया है. पत्थलगांव के थाना प्रभारी संतलाल आयाम को तत्काल प्रभाव से थाना के प्रभार से मुक्त कर दिया गया है.
50 लाख के मुआवजे की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी
हादसे के बाद चक्काजाम कर प्रदर्शन कर रही उग्र भीड़ को समझाइश देने पहुंचे कलेक्टर रितेश अग्रवाल और एसपी विजय अग्रवाल ने मृतक के स्वजनों को शासन के नियम के अनुसार मुआवजा दिये जाने का भरोसा दिया. लेकिन इसके लिए प्रदर्शनकारी राजी नहीं हुए. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हादसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा घोषित किये गए 50 लाख के मुआवजे की तर्ज पर प्रदर्शनकारी मृतक के परिजनों के लिए मुआवजा मांग रहे हैं.