भिवानी : हरियाणा में भिवानी जिले के डाडम खनन स्थल पर पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा ढह (landslide in bhiwani) जाने से चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य के खनन स्थल पर फंसे होने की आशंका है. पुलिस ने बताया कि करीब आधा दर्जन डंपर (ट्रक) और कुछ मशीन भी भूस्खलन के मलबे में दब गये. यह घटना तोशाम ब्लॉक में सुबह नौ बजे हुई. राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि कई बचाव टीम को तैनात किया गया है. विज ने एक ट्वीट में मृतक संख्या के बारे में जानकारी दी.
विज ने एक ट्वीट में कहा, हरियाणा के भिवानी जिले में खनन स्थल पर जो हादसा हुआ है उससे मैं बहुत दुखी हूं. प्रशासन द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. गाजियाबाद से एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की, मधुबन से एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीम बुलाई गई है. हिसार से सेना की एक इकाई बुलाई गई है. अभी तक 4 लोगों की मृत्यु हुई है.
हालांकि, भिवानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी रघुवीर शांडिल्य ने कहा कि घटना में तीन लोगों की मौत हुई और एक व्यक्ति घायल हुआ है. उन्होंने बताया कि घटना में मरने वालों में बिहार के तूफान शर्मा (30), हरियाणा जिले के बगानवाला के बिंदर (23) और संजय नाम का एक व्यक्ति शामिल है.
सीएमओ ने बताया कि गुंजन को चोट आई है और उसकी हालत स्थिर है. उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की एक टीम तैनात की गई है और कुछ एंबुलेंस भी वहां मौजूद रखी गई है. पुलिस उपाधीक्षक (सिवानी) मनोज कुमार ने कहा कि मलबे में चार-पांच लोग फंसे हो सकते हैं.
हालांकि, कुछ स्थानीय लोगों ने दावा किया कि फंसे हुई लोगों की संख्या अधिक हो सकती है लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
सब डिविजनल मजिस्ट्रेट मनीष फोगाट ने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीम मौके पर पहुंच गई है और बचाव अभियान शुरू कर दिया है.
हरियाणा के खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि पहाड़ दरका है या विस्फोट के कारण यह दुर्घटना हुई है इसकी जांच गाजियाबाद माइनिंग सेफ्टी डिपार्टमेंट (खनन सुरक्षा विभाग) करेगा और इसमें जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अमित शाह ने घटना पर जताया दुख
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भिवानी जिले में हुई भूस्खलन की घटना पर दुख जताया और राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से हादसे के बारे में बात की. शाह ने एक ट्वीट में कहा कि हरियाणा के भिवानी जिले में खनन स्थल पर भूस्खलन से हुआ हादसा अत्यंत दुःखद है, मैंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी से बात की है. स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगा हुआ है, अधिक से अधिक लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। मैं घायलों के शीघ्र ही स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भूस्खलन में मौतें होने पर दुख जताया है. मुख्यमंत्री ने आसपास के जिलों से क्रेन, दमकल वाहन और अन्य मशीन लाने के निर्देश दिये ताकि मलबे में दबे लोगों को बचाया जा सके.
घटना की सूचना मिलने के बाद कृषि मंत्री जे. पी. दलाल भी घटनास्थल पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया. उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्य में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतने के आदेश दिए. हादसे पर दुख जताते हुए दलाल ने कहा कि सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी मलबे में दबा ना रहे, बचाव कार्य के लिए किसी भी प्रकार के उपकरण/मशीनरी की आवश्यकता हो तो उसे तत्काल मंगवाया जाए.
पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने घटना को लेकर दुख जताया और मृत श्रमिकों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की. उन्होंने राज्य की भारतीय जनता पार्टी-जननायक जनता पार्टी सरकार को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि इस खनन क्षेत्र में हजारों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. उन्होंने एक बयान में कहा, विपक्ष पूरे घोटाले की न्यायिक जांच कराने की मांग करता है.
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि अवैध खनन खट्टर शासन के तहत जारी है और भाजपा सरकार से सवाल किया कि इन मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है. उन्होंने एक ट्वीट में सवाल किया कि राज्य सरकार क्या कथित खनन गिरोह की न्यायिक जांच का आदेश देगी.
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गौरतलब है कि खनन कार्य प्रदूषण रोकथाम के चलते प्रशासन द्वारा लंबे समय से बंद किया हुआ था. दो दिन पहले ही खनन कार्य के लिए बिजली के कनेक्शन प्रदूषण विभाग ने दिए थे, क्योंकि लंबे समय से प्रदूषण के कारण खनन कार्य पर रोक लगी हुई थी, जिसको लेकर खनन कार्यो से जुड़े लोग धरना-प्रदर्शन भी कर रहे थे.