नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की अशोभनीय टिप्पणी को लेकर जहां आज लोकसभा में भाजपा ने हंगामा किया. वहीं, भाजपा ने मांग की कि कांग्रेस नेता के बयान पर पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी माफी मांगें और अधीर रंजन को बर्खास्त करें. द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ अधीर रंजन की अशोभनीय टिप्पणी की भाजपा सांसद जुएल ओराम ने निन्दा की. उन्होंने कहा कि देश में पहली बार आदिवासी समाज की एक महिला सर्वोच्च पद पर पहुंची हैं. वह गरीब और पिछड़े समाज का नेतृत्व करती हैं और यही कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ खड़े होने की घटना पहली नहीं है. इससे पहले भी कांग्रेस ने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन नहीं किया और उनके खिलाफ उम्मीदवार उतारा था. इस तरह टिप्पणी से उनकी मानसिकता जाहिर होती है. इसलिए सोनिया गांधी आगे आकर माफी मांगें और अधीर रंजन को पद से हटाया जाए. उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और आने वाले दिनों में पार्टी यह भी विचार कर रही कि यदि उन्हें पद से हटाया नहीं गया तो वे कांग्रेस के खिलाफ विरोध करेंगे. यह विरोध उनके गृह राज्य ओडिशा में भी हो सकता है.
संसद परिसर में स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी के बीच हुई नोकझोंक पर सांसद ओराम ने कहा कि कांग्रेस नेता के अशोभनीय टिप्पणी पर जहां सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए, वहां वह मुद्दे पर उल्टा बहस कर रही हैं. सत्तापक्ष को गलत ठहरा रहीं हैं, जबकि अधीर रंजन पर उन्हें एक्शन लेना चाहिए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के पूर्व सांसद रामदास अठावले ने कहा कि जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल देश के सर्वोच्च पद पर बैठीं एक आदिवासी महिला राष्ट्रपति के लिए किया गया है, यह पूरे ओडिशा के साथ-साथ देश का अपमान है. इस पर सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए. साथ ही अधीर रंजन को पार्टी के नेता पद से बर्खास्त करना चाहिए.