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पब्लिक प्लेस पर ना करें फोन चार्ज, जूस जैकिंग से खाली हो सकता है बैंक अकाउंट, जानें इससे कैसे बचें - साइबर क्राइम

क्या कभी आपने पब्लिक प्लेस यानी रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टैंड, होटल, शॉपिंग मॉल में यूएसबी के जरिए फोन चार्ज किया है? जवाब हां हो या ना. अगर आपने ये खबर नहीं पढ़ी तो ये आदत आपको गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है. क्योंकि आप जूस जैकिंग का शिकार हो सकते हैं.

usb charger
यूएसबी से फोन चार्ज
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Published : Dec 25, 2022, 10:00 AM IST

पानीपत: अक्सर लोग पब्लिक प्लेस पर मोबाइल फोन को यूएसबी के जरिए चार्ज कर लेते हैं. क्या आपकों पता है कि ये आदत आपका भारी नुकसान करवा सकती है. इससे आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है. दरअसल यूएसबी के जरिए पब्लिक प्लेस में फोन चार्ज करने पर कई बार साइबर ठग आपके फोन में बड़ी आसानी से सेंध लगा सकते हैं. जिसके बाद वो आपका बैंक अकाउंट तक खाली कर सकते हैं. अब सोच रहे होंगे कि मोबाइल चार्जिंग से अकाउंट कैसे साफ हो सकता है? जवाब है कि ऐसा हो सकता है. इस तरह के कई सारे मामले सामने आ चुके हैं, जहां पब्लिक प्लेस पर फोन चार्ज करने से लोगों को लाखों का नुकसान हो गया. जूस जैकिंग (juice jacking) के जरिए क्रिमनल इस फ्रॉड को अंजाम देते हैं.

क्या है जूस जैकिंग? ये एक तरह का साइबर या फिर कहें कि वायरस अटैक होता है. इसमें क्रिमिनल पब्लिक प्लेस जैसे- एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या मॉल में इस्तेमाल होने वाले USB चार्जिंग पोर्ट के जरिए किसी भी मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट या दूसरे डिवाइस में मालवेयर इंस्टॉल करके पर्सनल डेटा चुरा लेते हैं. इस प्रोसेस को जूस जैकिंग कहते हैं.

usb charger
पब्लिक प्लेस पर यूएसबी से फोन चार्ज करना आपको महंगा पड़ सकता है.

क्या है मालवेयर सॉफ्टवेयर? इस सॉफ्टवेयर को फोन या कंप्यूटर में इंस्टॉल कर आसानी से डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है. मालवेयर कोई फाइल या कोड हो सकता है. जिसे किसी नेटवर्क के जरिए आपके सिस्टम में डिलीवर किया जाता है. जैसे ही ये आपके मोबाइल या लैपटॉप में इंस्टॉल होगा, आपका सिस्टम स्लो हो जाएगा और कई एरर मैसेज दिखाई दे सकते हैं.

क्रिमनल कैसे करते हैं ठगी? जब आप पब्लिक प्लेस पर यूएसबी के जरिए फोन चार्ज करते हैं तो उस वक्त साइबर ठग यूएसबी के जरिए फोन में मेलवेयर सॉफ्टवेयर डाल देते हैं. चार्जिंग पोर्ट को यूएसबी के जरिये डेटा कनेक्शन के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. इसके जरिये क्रिमनल फोन में मेलवेयर सॉफ्टवेयर डालकर सारा डेटा कॉपी कर लेते हैं.

जूस जैकिंग से कैसे बचें? कभी भी फोन चार्जिंग यूएसबी के जरिए ना करें. ना ही फ्री के इंटरनेट के लालच में पब्लिक वाइफाई का इस्तेमाल करें. हमेशा अपने फोन को इलेक्ट्रिकल आउटलेट से चार्ज करें. संभव हो तो पावर बैंक साथ में रखें. एसी पॉवर शॉकेट के जरिए डेटा ट्रांसफर या चोरी की समस्या नहीं आती. चार्जर के जरिए आपके मोबाइल के साथ डेटा कम्युनिकेशन नहीं किया जा सकता, लेकिन डायरेक्ट यूएसबी के जरिए डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है.

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हमेशा चार्जर के साथ ही अपना फोन चार्ज करें, नहीं तो अपने साथ पावरबैंक ले सकते हैं.

अगर आपके साथ जूस जैकिंग के जरिए फ्रॉड हो जाए. जैसे- अकाउंट खाली होना, पर्सनल डेटा चोरी होना. ऐसे में घबराएं नहीं. सबसे पहले इसकी सूचना आसपास की साइबर पुलिस को दें और केस दर्ज कराएं. ऐसे मामलों में आपको पुलिस के पास फोन जमा करना पड़ सकता है. यूएसबी से डेटा ट्रांसफर भी तब होता है, जब हम अपने मोबाइल से डेटा एक्सस की इजाजत देते हैं. कई बार बगैर Permission के भी हैकर्स डेटा चोरी कर सकते हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि आपने यूएसबी चार्जिंग Point में मोबाइल लगाया और गलती से आपने Permission दे दी. तब भी डेटा आराम से चोरी हो जाएगा.

ये भी पढ़ें- Sim Swapping Fraud: सिम स्वैपिंग यानि बिना ओटीपी के आपका एकाउंट खाली, जानिए कैसे बचाएं अपनी गाढ़ी कमाई

Malware से कैसे बचें: अपने लैपटॉप में भरोसेमंद एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें और अपडेट करते रहें. इंटरनेट के जरिए कोई भी फाइल जैसे- गाना या फिल्म सही वेबसाइट से ही डाउनलोड करें. वेब ब्राउज करते समय कई तरह के विज्ञापन आते हैं. इनपर भूलकर भी क्लिक ना करें. अनजान ईमेल या लिंक पर क्लिक ना करें. किसी बाहरी डिवाइस जैसे पैन ड्राइव, USB को कम्प्यूटर में लगाने से पहले स्कैन कर लें और सबसे ज्यादा जरूरी अलर्ट रहें.

पानीपत: अक्सर लोग पब्लिक प्लेस पर मोबाइल फोन को यूएसबी के जरिए चार्ज कर लेते हैं. क्या आपकों पता है कि ये आदत आपका भारी नुकसान करवा सकती है. इससे आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है. दरअसल यूएसबी के जरिए पब्लिक प्लेस में फोन चार्ज करने पर कई बार साइबर ठग आपके फोन में बड़ी आसानी से सेंध लगा सकते हैं. जिसके बाद वो आपका बैंक अकाउंट तक खाली कर सकते हैं. अब सोच रहे होंगे कि मोबाइल चार्जिंग से अकाउंट कैसे साफ हो सकता है? जवाब है कि ऐसा हो सकता है. इस तरह के कई सारे मामले सामने आ चुके हैं, जहां पब्लिक प्लेस पर फोन चार्ज करने से लोगों को लाखों का नुकसान हो गया. जूस जैकिंग (juice jacking) के जरिए क्रिमनल इस फ्रॉड को अंजाम देते हैं.

क्या है जूस जैकिंग? ये एक तरह का साइबर या फिर कहें कि वायरस अटैक होता है. इसमें क्रिमिनल पब्लिक प्लेस जैसे- एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या मॉल में इस्तेमाल होने वाले USB चार्जिंग पोर्ट के जरिए किसी भी मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट या दूसरे डिवाइस में मालवेयर इंस्टॉल करके पर्सनल डेटा चुरा लेते हैं. इस प्रोसेस को जूस जैकिंग कहते हैं.

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पब्लिक प्लेस पर यूएसबी से फोन चार्ज करना आपको महंगा पड़ सकता है.

क्या है मालवेयर सॉफ्टवेयर? इस सॉफ्टवेयर को फोन या कंप्यूटर में इंस्टॉल कर आसानी से डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है. मालवेयर कोई फाइल या कोड हो सकता है. जिसे किसी नेटवर्क के जरिए आपके सिस्टम में डिलीवर किया जाता है. जैसे ही ये आपके मोबाइल या लैपटॉप में इंस्टॉल होगा, आपका सिस्टम स्लो हो जाएगा और कई एरर मैसेज दिखाई दे सकते हैं.

क्रिमनल कैसे करते हैं ठगी? जब आप पब्लिक प्लेस पर यूएसबी के जरिए फोन चार्ज करते हैं तो उस वक्त साइबर ठग यूएसबी के जरिए फोन में मेलवेयर सॉफ्टवेयर डाल देते हैं. चार्जिंग पोर्ट को यूएसबी के जरिये डेटा कनेक्शन के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. इसके जरिये क्रिमनल फोन में मेलवेयर सॉफ्टवेयर डालकर सारा डेटा कॉपी कर लेते हैं.

जूस जैकिंग से कैसे बचें? कभी भी फोन चार्जिंग यूएसबी के जरिए ना करें. ना ही फ्री के इंटरनेट के लालच में पब्लिक वाइफाई का इस्तेमाल करें. हमेशा अपने फोन को इलेक्ट्रिकल आउटलेट से चार्ज करें. संभव हो तो पावर बैंक साथ में रखें. एसी पॉवर शॉकेट के जरिए डेटा ट्रांसफर या चोरी की समस्या नहीं आती. चार्जर के जरिए आपके मोबाइल के साथ डेटा कम्युनिकेशन नहीं किया जा सकता, लेकिन डायरेक्ट यूएसबी के जरिए डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है.

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हमेशा चार्जर के साथ ही अपना फोन चार्ज करें, नहीं तो अपने साथ पावरबैंक ले सकते हैं.

अगर आपके साथ जूस जैकिंग के जरिए फ्रॉड हो जाए. जैसे- अकाउंट खाली होना, पर्सनल डेटा चोरी होना. ऐसे में घबराएं नहीं. सबसे पहले इसकी सूचना आसपास की साइबर पुलिस को दें और केस दर्ज कराएं. ऐसे मामलों में आपको पुलिस के पास फोन जमा करना पड़ सकता है. यूएसबी से डेटा ट्रांसफर भी तब होता है, जब हम अपने मोबाइल से डेटा एक्सस की इजाजत देते हैं. कई बार बगैर Permission के भी हैकर्स डेटा चोरी कर सकते हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि आपने यूएसबी चार्जिंग Point में मोबाइल लगाया और गलती से आपने Permission दे दी. तब भी डेटा आराम से चोरी हो जाएगा.

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Malware से कैसे बचें: अपने लैपटॉप में भरोसेमंद एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें और अपडेट करते रहें. इंटरनेट के जरिए कोई भी फाइल जैसे- गाना या फिल्म सही वेबसाइट से ही डाउनलोड करें. वेब ब्राउज करते समय कई तरह के विज्ञापन आते हैं. इनपर भूलकर भी क्लिक ना करें. अनजान ईमेल या लिंक पर क्लिक ना करें. किसी बाहरी डिवाइस जैसे पैन ड्राइव, USB को कम्प्यूटर में लगाने से पहले स्कैन कर लें और सबसे ज्यादा जरूरी अलर्ट रहें.

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