रांची: झारखंड दौरे पर पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि मोदी सरकार पूरे देश के लिए मनमानी का आदेश ला रही है. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार के लिए जो आदेश दिया उस आदेश को भी नरेंद्र मोदी की सरकार ने अध्यादेश लाकर बदल दिया.
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश में जिस तरीके के हालात नरेंद्र मोदी की सरकार बना रही है वह देश के लिए ठीक नहीं है. मैं पूरे देश में इस बात के लिए सभी लोगों से समर्थन मांग रहा हूं कि लोकसभा में नरेंद्र मोदी का बहुमत है, लेकिन राज्यसभा में नरेंद्र मोदी का बहुमत नहीं है, ऐसे में जब राज्यसभा में यह अध्यादेश आए तो इसका विरोध किया जाए, ताकि यह अध्यादेश राज्यसभा में पास ना हो पाए.
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झारखण्ड की धरती पर दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री श्री @ArvindKejriwal जी और पंजाब के माननीय मुख्यमंत्री श्री @BhagwantMann जी का हार्दिक स्वागत और जोहार। pic.twitter.com/aSOx3NgZYw
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) June 2, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">झारखण्ड की धरती पर दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री श्री @ArvindKejriwal जी और पंजाब के माननीय मुख्यमंत्री श्री @BhagwantMann जी का हार्दिक स्वागत और जोहार। pic.twitter.com/aSOx3NgZYw
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केजरीवाल ने कहा कि हम पूरे देश में सभी लोगों से समर्थन मांग रहे हैं और इसी क्रम में हम झारखंड भी आए हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना समर्थन दिया है. आज मैं कह सकता हूं कि झारखंड के लोगों ने दिल्ली के लोगों के लिए अपना समर्थन दे दिया है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस तरीके से देश में काम किया जा रहा है उसे संघीय ढांचे पर प्रहार कहा जा सकता है. हमारे देश की ताकत अनेकता में एकता है लेकिन उस पर भी मोदी सरकार का यह कदम एक बड़ा प्रहार है. संघीय ढांचे की बात केंद्र सरकार तो करती है लेकिन काम पूरी तरह विपरीत ही रहता है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि लगातार संघीय ढांचे पर प्रहार किया जा रहा है अभी कुछ दिन पहले लोकसभा के नए भवन का उद्घाटन हुआ वह सिर्फ लोकसभा का उद्घाटन नहीं बल्कि लोकतंत्र के मंदिर का उद्घाटन हुआ और उसमें जिस तरह से काम किया गया वह सबके सामने है. गैर भाजपा शासित सरकारों पर लगातार नरेंद्र मोदी प्रहार कर रहे हैं. वह सिर्फ उन सरकारों पर प्रहार नहीं बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था पर प्रहार है.
दिल्ली के मामले पर जिस तरह की चर्चा हुई है उसे लेकर हम पार्टी के अंदर और गुरुजी शिबू सोरेन से भी चर्चा करेंगे और इस मुद्दे को लेकर किस तरीके से बढ़ा जाए इसे लेकर हम लोग काम करेंगे.
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मोदी सरकार के तानाशाही अध्यादेश के ख़िलाफ़ दिल्ली के लोगों को देशभर से समर्थन मिल रहा है। आज राँची में झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी से मुलाक़ात कर उनका समर्थन माँगा। https://t.co/we2GZqfj4i
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">मोदी सरकार के तानाशाही अध्यादेश के ख़िलाफ़ दिल्ली के लोगों को देशभर से समर्थन मिल रहा है। आज राँची में झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी से मुलाक़ात कर उनका समर्थन माँगा। https://t.co/we2GZqfj4i
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 2, 2023मोदी सरकार के तानाशाही अध्यादेश के ख़िलाफ़ दिल्ली के लोगों को देशभर से समर्थन मिल रहा है। आज राँची में झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी से मुलाक़ात कर उनका समर्थन माँगा। https://t.co/we2GZqfj4i
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हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस तरीके से अरविंद केजरीवाल जी पर केंद्र सरकार चीजों को थोप रही है इसे लेकर सभी लोगों को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है. यह संविधान सम्मत गलत है. अरविंद केजरीवाल जी ने इस मुहिम को शुरू किया है. मैं इन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हूं कि ताकि यह अपने इस मुहिम में सफल हो सकें, लोकतंत्र की रक्षा हो सकें.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि जिस तरीके से देश की सरकार काम कर रही उस में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. देश में जो लोग मेडल जीत रहे हैं, जो पहलवान मेडल ला रहे हैं. वह लोग अपने मैडल को गंगा में बहाने की बात कर रहे हैं, जो अपने आप में शर्मनाक बात है. देश में जो गैर भाजपा पार्टियों की सरकारें हैं उनके खिलाफ केंद्र सरकार अध्यादेश ला रही है. लगातार केंद्र और उसके द्वारा समर्थित नेता संघीय ढांचे का अपमान कर रहे हैं.
बीजेपी ने नया एजेंडा तैयार कर रखा है कि अगर इलेक्शन में नहीं जीते तो भाई इलेक्शन में जीत लो और भाई इलेक्शन जीतने का तरीका यह है कि चुनी हुई पार्टी के लोगों को छोड़ो और फिर से चुनाव करवा दो और इसी एजेंडे पर बीजेपी काम कर रही है.
हम सभी लोगों को मिलकर इसके विरोध में आवाज उठानी होगी कि केंद्र सरकार जिस तरीके का कानून या नियम बनाती है और उसमें देश का हित नहीं होता है. सभी लोगों को खड़े होकर उसका विरोध करना होगा. इस देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए जो लोग भी देश प्रेमी हैं उन सभी लोगों को एकजुट होना पड़ेगा.
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सभी विपक्षी दलों के साथ ही मैं भाजपा के सभी सांसदों को पत्र लिखूंगा कि इस अध्यादेश के विरोध में भाजपा के सभी लोग खड़े हों, क्योंकि यह किसी एक अध्यादेश की नहीं पूरे देश की लड़ाई है. कांग्रेस के समर्थन के सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारा समर्थन कांग्रेस क्यों नहीं करेगी यहां तक कि जब यह संसद की कार्यवाही शुरू होगी तो कांग्रेस हमारे पक्ष में मतदान करेगी. ऐसा मैं मानकर चल रहा हूं. हालांकि एक बात मैं जरूर कहूंगा कि कांग्रेस को यह तय करना है कि वह जनतंत्र के साथ है, लोकतंत्र के साथ है, देश की जनता के साथ है या फिर कांग्रेस नरेंद्र मोदी के साथ है.