हैदराबाद : हिंदू धर्म में दिवाली का पर्व सुख समृद्धि का प्रतीक है, इसलिए लोग दीपावली बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है. वर्ष 2021 में दिवाली का त्योहार 04 नवंबर, गुरुवार को है. दीपावली हिंदू धर्म के लोग ही नहीं, बल्कि सिख, जैन, बौद्ध आदि धर्मों के लोग भी बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं.
दीपावली के दिन भगवान गणेश के साथ माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है. हिंदू धर्म में लक्ष्मी जी को सुख-समृद्धि और धन की देवी माना जाता है. मान्यता है कि दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं. इस दिन भगवान श्री गणेश और मां लक्ष्मी के साथ धन के देवता कुबेर की भी पूजा की जाती है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, राक्षसराज रावण का वध करके भगवान राम, माता सीता के साथ अयोध्या वापस लौटे थे. भगवान राम के लौटने के बाद पूरी अयोध्या नगरी को दीपों से सजाया गया था. दिवाली के दिन लोग घरों में दीप जलाकर मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं, जिससे कि घर में मां लक्ष्मी का वास रहे और उनके घर में सुख समृद्धि बनी रहे. मां लक्ष्मी की आराधना के लिए शुभ मुहूर्त स्थिर लग्न का होता है. दीपावली का त्योहार मुख्यतः रात में मनाया जाता है, शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, गणेश और कुबेर जी की पूजा करना बेहद फलदाई माना जाता है.
दीपावली के दिन महत्वपूर्ण समय एवं मुहूर्त
- दिन- गुरुवार, 04 नवंबर
- सूर्योदय- 06:21 AM
- सूर्यास्त- 06:07 PM
- तिथि- अमावस्या, सुबह 06:03 बजे से रात 02:44 (05 नवम्बर) तक
- राहुकाल- दोपहर 01:33 बजे से 02:59 बजे तक
- योग- प्रीति और आयुष्मान
लक्ष्मी-गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त
- पहला मुहूर्त प्रदोष काल- शाम 05:47 से 08:20 बजे तक
- दूसरा मुहूर्त वृषभ लग्न काल- शाम 06:24 से 08:22 बजे तक
- तीसरा मुहूर्त निशित काल- रात 23:39 से 05 नवम्बर 00:31 बजे तक