नई दिल्ली : लोकसभा में प्रधानमंत्री के बयान के तुरंत बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी पर पलटवार (Targeting Prime Minister Narendra Modi) किया और कहा कि अहंकार को अब भी चुनाव हारने का इंतजार है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि लॉकडाउन लगा मजदूरों व उनके परिवारों को बेहाली के भंवर में धकेलने वाले, माफी मांगने की बजाय मदद के लिए जुटे हाथ पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. सरकार के निकम्मेपन के कारण लाखों लोगों ने अपनों को खो दिया, मगर आज बेशर्मी से संसद में उनकी पीड़ा पर हंसी-ठिठोली की गई. याद रखा जाएगा.
कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि संसद में बात होनी थी 12 करोड़ नौकरियां गई, 23 करोड़ असहाय गरीबों की, 700 किसानों की शहादत, 84 फीसदी परिवारों की आय घटी, 30 साल में सबसे ज्यादा महंगाई लेकिन अहंकार अभी भी चुनाव हारने का इंतजार कर रहा है. उन्होंने 20 जून 2020 को अपने दावे का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी पर भी हमला किया, जहां उन्होंने कहा था कि भारतीय क्षेत्र में चीनी घुसपैठ के संदर्भ में कोई भी देश में प्रवेश नहीं किया.
सुरजेवाला ने दावा किया कि लद्दाख पर कब्जे को लेकर चीन के साथ 14 बार बातचीत हो चुकी है और चीन ने वाई जंक्शन तक देपसांग मैदान और गोगरा-हॉट स्प्रिंग पर कब्जा कर लिया है. उन्हें राजा कहते हुए कांग्रेस नेता ने यह आरोप लगाया कि भारत का विनिर्माण वर्ष 2015-16 में सकल घरेलू उत्पाद के 17% से घटकर वर्ष 2020-21 में 14% हो गया है, जबकि चीन से आयात 1 वर्ष में 46% बढ़ा है.
उन्होंने प्रधानमंत्री के इको-सिस्टम वाले प्रहार पर पलटवार करते हुए कहा कि सदन से साफ संदेश आया है कि हम एक भी चुनाव हार जाएं तो ही पूरा ईको सिस्टम काम करता. मतलब साफ है, भयंकर बेरोजगारी, बेतहाशा महंगाई, घटती आमदनी और बेतहाशा गरीबी से राहत चाहिए तो इन्हें चुनाव में हराना होगा तो ही ईको सिस्टम काम करेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने आलोचना को जीवंत लोकतंत्र का आभूषण और अंध विरोध को लोकतंत्र का अनादर बताते हुए सोमवार को कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि बहुत से लोगों का कांटा 2014 में अटका हुआ है और उससे वे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं जिसका उन्हें नजीता भुगतना पड़ रहा है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का लोकसभा में जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी को दशकों से अनेक राज्यों की जनता नकार चुकी है लेकिन उसका अहंकार नहीं जाता और वह अब भी अंध विरोध में लगी है.
वित्त मंत्री की लोकसभा में अनुपस्थिति को लेकर विरोध
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने सोमवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की सदन में अनुपस्थिति को लेकर विरोध दर्ज कराया. हालांकि सरकार ने कहा कि सदन में दो कैबिनेट मंत्री और वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड मौजूद हैं तथा सदस्यों की बात का संज्ञान लिया जा रहा है.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बजट पर चर्चा बहुत बड़ा मौका है, लेकिन वित्त मंत्री अनुपस्थित हैं. यह ठीक नहीं है. पीठासीन सभापति ए राजा ने कहा कि मुझे लगता है कि वित्त मंत्री थोड़ी व्यस्त हैं. इसके बाद कांग्रेस के सदस्यों ने विरोध जताते हुए सदन से बहिर्गमन किया. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने कहा कि सदन में कम से कम कोई कैबिनेट मंत्री होने चाहिए.
चर्चा में भाग लेते हुए द्रमुक के दयानिधि मारन और तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने भी वित्त मंत्री के सदन में नहीं होने को लेकर विरोध दर्ज कराया. मारन ने दावा किया कि वित्त मंत्री को सदन में होना चाहिए, जबकि वह एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में शामिल हो रही हैं. वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड़ ने कहा कि जो-जो बातें की जा रही हैं, मैं ध्यान से सुन रहा हूं. उन्होंने कहा कि जो बातें थरूर जी ने कही हैं, उसको नोट किया है, उसका जवाब दिया जाएगा.