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कृषि सुधार विधेयक ऐतिहासिक, किसानों को भ्रमित करने में लगीं कई 'शक्तियां': मोदी - कृषि सुधार विधेयक ऐतिहासिक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि सुधार विधेयक को ऐतिहासिक करार दिया है. उन्होंने कहा कि इस बिल को लेकर जानबूझकर कई शक्तियां विरोध कर रहीं हैं. हकीकत ये है कि अब किसानों को बिचौलियों से मुक्ति मिल सकेगा. पीएम ने कहा कि अब किसानों के पास कई विकल्प मौजूद होंगे.

पीएम मोदी
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Published : Sep 17, 2020, 10:44 PM IST

Updated : Sep 18, 2020, 7:06 AM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में पारित कृषि सुधार संबंधी विधेयकों को 'ऐतिहासिक' करार दिया है. उन्होंने कहा कि इससे किसानों का मुनाफा बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि ये विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त करेंगे. पीएम ने कहा कि जानबूझकर कुछ लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं.

प्रदर्शन कर रहे किसानों को पीएम मोदी ने आश्वस्त किया कि वास्तव में ये विधेयक कई और विकल्प प्रदान करते हैं और इससे आपलोग सशक्त होंगे.

लोकसभा ने गुरुवार को कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक पारित कर दिया. आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक पहले ही पारित हो चुका है.

विधेयकों के पारित होने पर मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, 'लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयकों का पारित होना देश के किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है. ये विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त करेंगे.'

उन्होंने कहा कि इस कृषि सुधार से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए-नए अवसर मिलेंगे, जिससे उनका मुनाफा बढ़ेगा.

उन्होंने कहा, 'इससे हमारे कृषि क्षेत्र को जहां आधुनिक टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा, वहीं अन्नदाता सशक्त होंगे.'

हालांकि, एनडीए के प्रमुख सहयोगी अकाली दल ने इस बिल का विरोध किया है. केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा भी दे दिया है.

लोकसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने कृषि उपज एवं कीमत आश्वासन संबंधी विधेयकों को 'किसान विरोधी' करार देते आरोप लगाया कि इन विधेयकों से जमाखोरी, कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा तथा उद्योगपतियों एवं बिचौलियों को फायदा होगा जबकि किसान बर्बाद हो जाएंगे.

यह भी पढ़ें- कृषि विधेयकों के विरोध में हरसिमरत कौर ने दिया केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों को 'भ्रमित' करने में 'बहुत सारी शक्तियां' लगी हुई हैं.

उन्होंने कहा, 'मैं अपने किसान भाइयों और बहनों को आश्वस्त करता हूं कि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी. ये विधेयक वास्तव में किसानों को कई और विकल्प प्रदान कर उन्हें सही मायने में सशक्त करने वाले हैं.'

पीएम मोदी  का ट्वीट.
पीएम मोदी का ट्वीट.

प्रधानमंत्री ने अपने हर ट्वीट के साथ हैशटेग 'जय किसान' का भी उल्लेख किया.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में पारित कृषि सुधार संबंधी विधेयकों को 'ऐतिहासिक' करार दिया है. उन्होंने कहा कि इससे किसानों का मुनाफा बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि ये विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त करेंगे. पीएम ने कहा कि जानबूझकर कुछ लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं.

प्रदर्शन कर रहे किसानों को पीएम मोदी ने आश्वस्त किया कि वास्तव में ये विधेयक कई और विकल्प प्रदान करते हैं और इससे आपलोग सशक्त होंगे.

लोकसभा ने गुरुवार को कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक पारित कर दिया. आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक पहले ही पारित हो चुका है.

विधेयकों के पारित होने पर मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, 'लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयकों का पारित होना देश के किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है. ये विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त करेंगे.'

उन्होंने कहा कि इस कृषि सुधार से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए-नए अवसर मिलेंगे, जिससे उनका मुनाफा बढ़ेगा.

उन्होंने कहा, 'इससे हमारे कृषि क्षेत्र को जहां आधुनिक टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा, वहीं अन्नदाता सशक्त होंगे.'

हालांकि, एनडीए के प्रमुख सहयोगी अकाली दल ने इस बिल का विरोध किया है. केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा भी दे दिया है.

लोकसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने कृषि उपज एवं कीमत आश्वासन संबंधी विधेयकों को 'किसान विरोधी' करार देते आरोप लगाया कि इन विधेयकों से जमाखोरी, कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा तथा उद्योगपतियों एवं बिचौलियों को फायदा होगा जबकि किसान बर्बाद हो जाएंगे.

यह भी पढ़ें- कृषि विधेयकों के विरोध में हरसिमरत कौर ने दिया केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों को 'भ्रमित' करने में 'बहुत सारी शक्तियां' लगी हुई हैं.

उन्होंने कहा, 'मैं अपने किसान भाइयों और बहनों को आश्वस्त करता हूं कि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी. ये विधेयक वास्तव में किसानों को कई और विकल्प प्रदान कर उन्हें सही मायने में सशक्त करने वाले हैं.'

पीएम मोदी  का ट्वीट.
पीएम मोदी का ट्वीट.

प्रधानमंत्री ने अपने हर ट्वीट के साथ हैशटेग 'जय किसान' का भी उल्लेख किया.

Last Updated : Sep 18, 2020, 7:06 AM IST
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