पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए जेडीयू ने अपने 115 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. इस सूची में कुछ ऐसे भी नाम हैं, जो विवादों में रहे हैं. इनमें से एक नाम है बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा, जिन्हें पार्टी ने चेरिया बरियारपुर से उम्मीदवार बनाया है.
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस (बालिका गृह कांड) में मंजू वर्मा को मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था. यही नहीं, पार्टी ने उन्हें सस्पेंड भी कर दिया था, लेकिन जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को मंजू वर्मा पर इतना भरोसा है कि सस्पेंड होने के बाद भी एक बार फिर से उन्हें टिकट दे दिया.
पति के साथ कर चुकी हैं 'जेल यात्रा'
दरअसल, बालिका गृह कांड के दौरान मंजू वर्मा के घर पर छापेमारी हुई थी. इस दौरान उनके घर से प्रतिबंधित हथियार कारतूस बरामद किए गए थे. इस मामले में मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा को जेल जाना पड़ा था. हालांकि बाद वह जमानत पर बाहर आ गईं थी. उस वक्त नीतीश कुमार ने मंजू वर्मा से दूरी बना ली थी. कुछ दिनों पहले ही मंजू वर्मा नीतीश कुमार से भी मिली थीं.
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जेडीयू अध्यक्ष से मिलने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मंजू वर्मा ने कहा था कि सबकुछ ठीक हो गया है. उन्होंने कहा था जिस काम से वह आईं थीं, वो काम हो गया. यानी कि नीतीश कुमार ने उस वक्त ही उन्हें टिकट देने का आश्वासन दे दिया था और अब उसका एलान हो गया है.