नई दिल्ली / हैदराबाद / बेंगलुरु / लखनऊ : कोविड-19 लॉकडाउन के कारण महीनों बंद रहने के बाद आज से मेट्रो ट्रेन की सेवाएं दोबारा शुरू हो रही हैं. दिल्ली, हैदराबाद, लखनऊ और बेंगलुरु के अलावा नोएडा मेट्रो रेल सेवाएं भी पुन:बहाल हो रही हैं. हरियाणा के गुरुग्राम में भी मेट्रो सेवाएं दोबारा शुरू कर दी गई हैं. नोएडा में शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए पदचिह्नों का आकार बनाया गया है. यात्रा कर रहे लोगों से अपील की जा रही है कि सभी दिशानिर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करें. हैदराबाद में भी सेवाएं बहाल हो गई हैं.
'अनलॉक-4' के तहत हैदराबाद में भी मेट्रो परिचालन शुरू कर दिया गया है. मेट्रो प्रबंधकों के मुताबिक सेवाएं बाधित होने के पहले प्रतिदिन लगभग 4.5 लाख लोग हैदराबाद मेट्रो में सफर करते थे.
तमिलनाडु में भी मेट्रो ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया गया है.
बेंगलुरु में भी मेट्रो परिचालन शुरू कर दिया गया है.
केरल के कोच्चि में भी मेट्रो रेल का परिचालन शुरू कर दिया गया है.
कोच्चि में मेट्रो का सफर कर रहे यात्रियों के सामानों को भी सेनिटाइज किया जा रहा है.
लखनऊ में भी मेट्रो सेवाएं शुरू कर दी गई हैं. यात्रियों की सुरक्षा के लिए अलग जगहों पर निर्देश दिए जा रहे हैं. मानकों का पूरी तरह पालन सुनिश्चित कराने के लिए सुरक्षाबलों को भी पर्याप्त संख्या में तैनात किया गया है.
गुरुग्राम के हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन पर मौजूद ईटीवी भारत संवाददाता ने बताया कि बिना मास्क के यात्रियों को स्टेशन परिसर में आने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों से अपना मास्क घर से पहन कर आने की अपील की जा रही है. हालांकि, अगर कोई मास्क नहीं पहन कर आया है या खो जाने की स्थिति में मेट्रो प्रबंधन की ओर से शुल्क लेकर मास्क मुहैया कराए जा रहे हैं.
समयपुरबादली मेट्रो स्टेशन के बाहर मौजूद हमारे संवाददाता ने बताया कि मेट्रो प्रबंधन ने सेनिटाइनज करने, शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने और यात्रियों की अत्यधिक भीड़ से बचने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं.
दिल्ली पुलिस (ट्रैफिक) के ज्वाइंट कमिश्नर अतुल कटियार ने बताया कि हमने भीड़ प्रबंधन के लिए हर मेट्रो स्टेशन पर पुलिस बल तैनात किया है. उन्होंने बताया कि लोग फेस मास्क पहनें और शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के मानदंडों का पालन करें, इसे सुनिश्चित किया जाएगा.
नोएडा मेट्रो रेल की प्रबंध निदेशक रितु माहेश्वरी ने बताया कि एक्वा लाइन की सेवाएं आज से शुरू हो रही हैं. उन्होंने एक्वा लाइन से यात्रा करने वाले सभी लोगों से अनुरोध किया है कि वे मास्क जरूर पहनें और सरकार द्वारा जारी कोविड-19 प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करें.
माहेश्वरी ने कहा कि यात्री लिफ्ट का प्रयोग कम करें, इलेक्ट्रॉनिक्स पेमेंट तथा कैशलेस ट्रांजैक्शन ही करें. उन्होंने कहा कि अगर किसी को कोविड-19 है या उसमें कोई लक्षण है तो वे ट्रेन में यात्रा ना करें.
स्टेशनों पर बिकेगा मास्क
इसके अलावा नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) की प्रवक्ता संध्या शर्मा ने बताया कि सेक्टर 51, विशेष निर्यात जोन तथा परी चौक मेट्रो स्टेशनों पर मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे. इनकी कीमत पांच रुपये से लेकर 30 रुपए तक होगी.
हैदराबाद में 'अनलॉक 4' के तहत तेलंगाना के हैदराबाद में सात सितंबर से मेट्रो सेवाएं शुरू हो गईं. हैदराबाद मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एचएमआरएल) भारत का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क है. कोरोना महामारी के पहले एचएमआरएल हर दिन 55 ट्रेनों का परिचालन करता था, जिसमें करीब 4.5 लाख लोग यात्रा करते थे.
तीन चरणों में दिल्ली मेट्रो सेवाएं
169 दिन बंद रहने के बाद दिल्ली मेट्रो सेवा भी आज से बहाल हो गई. दिल्ली के समयपुर बादली को गुरूग्राम के हुडा सिटी सेंटर से जोड़ने वाली येलो लाइन और रेपिड मेट्रो आज से शुरू हो गई. हालांकि, दिल्ली मेट्रो प्रबंधन ने लोगों से अपील की है कि वह तत्काल आवश्यकता होने की सूरत में ही सेवा का उपयोग करें.
- कोविड-19 महामारी के कारण पांच महीने से अधिक समय तक बंद रही दिल्ली मेट्रो ने तीन चरणों में अपनी सेवाएं बहाल कर रही है.
- दिल्ली मेट्रो की सेवा सात से 12 सितंबर के बीच तीन चरणों में चरणबद्ध तरीके से बहाल होगी.
- पहले चरण में ट्रेनें सुबह सात बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक और शाम में चार बजे से रात आठ बजे तक चलेंगी.
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के अधिकारियों ने कहा कि निषिद्ध क्षेत्रों में स्थित स्टेशन बंद रहेंगे. अधिकारियों ने पहले भी आगाह किया था कि यदि यात्री सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं करते हैं तो 'कुछ स्टेशनों पर ट्रेनों को नहीं रोका जा सकता है.'
डीएमआरसी ने कहा है कि महामारी के कारण दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो सेवाएं 22 मार्च से बंद हैं. अब 169 दिनों के अंतराल के बाद सेवाएं बहाल होंगी.
बतौर डीएमआरसी, 7 और 8 सितंबर को केवल येलो लाइन पर संचालन बहाल किया जाएगा. सुबह चार घंटे (7-11 बजे) और शाम को चार घंटे (4-8 बजे) की अवधि में यह सेवा उपलब्ध रहेगी. 49 किलोमीटर लंबे इस रूट पर 37 स्टेशन हैं.'
- डीएमआरसी ने कहा, '57 ट्रेनें उपलब्ध रहेंगी जोकि लगभग 462 फेरे लगाएंगी. आगे 9-12 सिंतबर के बीच अन्य लाइनों पर चरणबद्ध तरीके से इसका विस्तार किया जाएगा.'
दिल्ली मेट्रो संचालन को लेकर सीआईएसएफ ने यात्रियों की स्पर्श मुक्त जांच की योजना बनाई है. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने हवाई अड्डों की ही भांति दिल्ली मेट्रो के लिए भी 'स्पर्श मुक्त' सुरक्षा जांच की योजना बनाई है. बता दें कि सीआईएसएफ देश के असैन्य हवाई अड्डों की भी सुरक्षा का जिम्मा संभालता है.
यात्रियों की जांच के लिए सुरक्षाबल हाथ में पकड़ने वाले तथा दरवाजे वाले उन्नत मेटल डिटेक्टर का प्रयोग करेंगे. इसमें यात्रियों को बेल्ट और पेन जैसी धातु की वस्तुओं को बैग में रखना होगा.
सीआईएसएफ की दिल्ली मेट्रो के लिए 'कार्य निरंतरता योजना' में सुरक्षा व्यवस्था बदलावों को रेखांकित किया गया है.
कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से पहले सीआईएसएफ के जवान पास से यात्रियों की जांच करते थे और और यात्रियों को भी पर्स पास में रखने और बेल्ट लगाए रहने की आजादी थी.
अर्द्धसैनिक बल के अधिकारियों ने कहा कि अब चीजें बदल जाएंगी क्योंकि कोरोना वायास संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सामाजिक दूरी और अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य मानदंडों का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता है.
सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'सरकार के कोरोना वायरस प्रसार निरोध दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए सीआईएसएफ सोमवार से दिल्ली मेट्रो में हवाई अड्डे जैसी स्पर्श मुक्त अथवा संपर्क मुक्त सुरक्षा सेवा प्रदान करेगी.' उन्होंने कहा, 'हाथ से पकड़े जाने वाले मेटल डिटेक्टरों की लंबाई बढ़ाने के अलावा हमने दरवाजे नुमा मेटल डिटेक्टर को और उन्नत किया है.'
नई प्रक्रिया के अनुसार यात्रियों से बेल्ट और पेन जैसी धातु की वस्तुओं को बैग में रखने को कहा जाएगा और अगर किसी के पास बैग नहीं है तो उन्हें उस सामान को हाथ में रखना होगा.
नियमों का सख्ती से पालन
अधिकारियों ने कहा कि अगले पांच दिनों की अवधि में बाकी लाइनों पर भी संचालन बहाल किया जाएगा. इस दौरान मेट्रो परिसर में वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर सभी सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने के साथ ही सभी को मास्क पहनना होगा और लगातार हाथों को सेनेटाइज करना होगा.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हालांकि, हम यात्रियों से अपील करते हैं कि वे मेट्रो सेवा का उपयोग तत्काल आवश्यक होने पर ही करें और अगर वे स्वस्थ महसूस नहीं कर रहें तो इससे यात्रा करने से बचें. कोविड-19 जैसे लक्षण वाले यात्रियों को मेट्रो में सफर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और उन्हें करीब के स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाएगा.'
दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों के बीच भौतिक संपर्क कम से कम सुनिश्चित करने के वास्ते कई कदम उठाए हैं. मेट्रो ने इसके लिए स्वचालित थर्मल स्क्रीनिंग-सह-सैनिटाइजर डिस्पेंसर और 'फुट पेडल संचालित लिफ्टों' को लगाया है. सेवाएं शुरू होने से पहले राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर मीडियाकर्मियों के लिए स्टेशन परिसर के प्रवेश द्वार से लेकर कोच में सवार होने तक का एक पूर्वावलोकन किया गया.
- शहर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि परिसर और ट्रेन के भीतर मास्क पहनना अनिवार्य है और 'यदि कोई इस नियम का उल्लंघन करेगा तो उसका चालान किया जाएगा.'
- 45 स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर, स्वचालित थर्मल स्क्रीनिंग सह सेनिटाइजर डिस्पेंसर लगाए गए हैं.
- यह सुविधा 17 मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध होगी, जिसमें येलो लाइन के राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय और विश्वविद्यालय स्टेशन शामिल हैं.
- कोविड-19 सुरक्षा मानकों के अनुसार किसी भी स्टेशन पर लिफ्ट में एक बार में अधिकतम तीन यात्रियों को जाने की अनुमति होगी.
- ट्रेनों के ठहराव की अवधि अब अधिक होगी. इसे प्रत्येक स्टेशन पर 10-15 सेकंड से बढ़ाकर 20-25 सेकंड किया जाएगा.
- 'इंटरचेंज' सुविधा की अवधि को 35-40 सेकंड से बढ़ाकर 55-60 सेकंड किया जाएगा.
मेट्रो के अंदर बैठने के लिए भी सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने के तहत एक सीट छोड़कर यात्रियों को बैठना होगा और डिब्बे में खडे होकर यात्रा करने के दौरान भी दूरी बरकरार रखनी होगी. इसके लिए सीटों पर स्टिकर भी लगाए गए हैं.
लखनऊ में मेट्रो सेवाएं
पटरी पर दौड़ने के पहले लखनऊ मेट्रो में भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. यात्रियों को दिए जाने वाले टोकन यूवी किरणों से सेनिटाइज किए जाएंगे. लखनऊ मेट्रो रेल सेवा अनलॉक-4 के तहत फिर शुरू हुई है. मुसाफिर मेट्रो से यात्रा करने के लिए स्मार्ट कार्ड और टोकन दोनों का ही इस्तेमाल कर सकेंगे. लखनऊ मेट्रो देश की पहली ऐसी सेवा है जहां पर टोकन को सेनिटाइज करने के लिए यूवी तकनीक का इस्तेमाल होगा.
यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक कुमार केशव ने मेट्रो संचालन की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने एक बयान में कहा कि लखनऊ मेट्रो प्रबंधन कोरोना काल में यात्रियों की सुरक्षा से जुड़े हर बिंदु का संज्ञान ले रहा है और उसने स्पर्शरहित यात्रा, सेनिटाइज़ेशन, दो गज की दूरी और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया है.
यात्री, मेट्रो से सफर करने के लिए स्मार्ट कार्ड और टोकन दोनों का ही इस्तेमाल कर सकेंगे. यात्रियों को दिया जाने वाला टोकन यूवी तकनीक से सेनिटाइज किया जाएगा.
केशव ने बताया कि सभी मेट्रो स्टेशनों पर दो गज की दूरी के लिए मार्किंग की गई है ताकि मेट्रो परिसर के अंदर यात्रियों के बीच समुचित दूरी सुनिश्चित की जा सके. उन्होंने बताया कि ट्रेन के अंदर सीटों पर भी दो गज की दूरी के लिए मार्किंग की गई है ताकि यात्री एक सीट छोड़कर बैठें. आमतौर पर यात्रियों के संपर्क में आने वाले सभी स्थानों जैसे कि ग्रैब रेल्स, ग्रैब पोल्स, ग्रैब हैंडल्स, यात्री सीट और दरवाज़ों को नियमित तौर पर सेनिटाइज़ किया जाएगा.
स्टेशन के अंदर आमतौर पर छुई जाने वाली चीजों जैसे कि प्रवेश-निकास गेट, बैगेज स्कैनर्स, टिकट वेंडिंग मशीन, एएफ़सी गेट, एस्कलेटर की हैंडरेल्स, सीढ़ियों की रेलिंग, लिफ़्ट के बटन, प्लेटफ़ॉर्म पर लगीं सीटों आदि को भी नियमित अंतराल पर सेनिटाइज़ किया जाएगा.
केशव ने बताया कि सात सितम्बर से पहले की तरह सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक मेट्रो का संचालन होगा. इस दौरान 16 ट्रेनें चलायी जाएंगी जो चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया तक सभी 21 स्टेशनों पर ट्रेनें रुकेंगी. मेट्रो परिसर में प्रवेश के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा. अगर कोई यात्री मास्क लाना भूल जाता है तो उसे सशुल्क मास्क उपलब्ध कराया जाएगा.
सभी यात्रियों को मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल करना होगा. अगर किसी व्यक्ति के पास मोबाइल फ़ोन या स्मार्ट फ़ोन नहीं है तो उसका नाम और मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज कराए जाएंगे.
प्रवेश से पहले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य होगी. तापमान मानक स्तर से कम होने पर ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. स्टेशन के हर गेट पर सेनिटाइज़र उपलब्ध होगा और यात्री अपने हाथों को सेनिटाइज़ करने के बाद ही मेट्रो स्टेशन में प्रवेश करेंगे.
बेंगलुरु मेट्रो सेवाएं बहाल
कोविड-19 महामारी के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते तकरीबन छह महीने बंद रहने के बाद बेंगलुरु मेट्रो रेल कारपोरशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) की सेवाएं भी आज से चरणबद्ध तरीके से बहाल हो गईं.
- पहली ट्रेन पर्पल लाइन पर शुरू हुई.
- पर्पल लाइन पर दस सितंबर तक ट्रेनें केवल छह घंटे के लिए चलेंगी.
- सुबह आठ बजे से 11 बजे तक और अपराह्न चार बजे से साढ़े सात बजे तक ट्रेन चलेंगी.
- ग्रीन लाइन पर नौ सितंबर से ट्रेन सेवा बहाल होगी.
- ग्रीन लाइन पर तीन घंटे सुबह और तीन घंटे शाम को केवल दो दिन ट्रेनें चलेंगी.
- दोनों लाइन पर 11 सितंबर से सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक ट्रेनें चलेंगी.
सभी जगहों पर नहीं खुलेंगे दरवाजे
बीएमआरसीएल के एक अधिकारी ने बताया कि सामाजिक दूरी का ध्यान रखने के लिए हर ट्रेन में यात्रियों की संख्या 400 से अधिक नहीं होगी. बीएमआरसीएल के अनुसार निषिद्ध क्षेत्रों में स्थित मेट्रो स्टेशन के गेट नहीं खोले जाएंगे.
कोलकाता में मेट्रो सेवाओं के लिए इंतजार
हालांकि, इन चार शहरों के अलावा अभी कोलकाता मेट्रो सेवाओं को फिर से शुरू नहीं किया गया है. कोलकाता मेट्रो प्रबंधन से जुड़े एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि शहर की मेट्रो सेवा शुरू करने की तिथि जल्द ही तय की जाएगी.
मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक मनोज जोशी ने कहा कि परिचालन शुरू करने की अंतिम तिथि जल्द ही तय की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस समय भीड़ नियंत्रण के तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है. जोशी ने बताया, 'अंतिम तिथि (सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए) जल्द ही तय की जाएगी.'
कोलकाता मेट्रो की प्रवक्ता इंद्राणी बनर्जी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने मेट्रो रेल यात्रियों को ई-पास जारी करने के लिए 'एक प्रणाली विकसित करने का प्रस्ताव' दिया है. उन्होंने, इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं दी कि इस प्रणाली का इस्तेमाल कैसे किया जाएगा.
उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार ने ई-पास जारी करने के लिए एक प्रणाली विकसित करने का प्रस्ताव दिया है, जो मेट्रो रेलवे द्वारा उपलब्ध कराए जाएगे. पास जारी करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए हमसे कुछ जानकारी मांगी गई है. मेट्रो रेलवे आवश्यक सूचना उपलब्ध कराएगा.'
मेट्रो सेवा के पहले दिन सीआईएसएफ हेड क्वार्टर के डायरेक्टर जनरल राजेश रंजन भी राजीव चौक मेट्रो स्टेशन व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंचे.
कॉन्टैक्टलेस यात्रा करें यात्री
राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर व्यवस्थाओं का निरक्षण करने पहुंचे सीआईएसएफ हेड क्वार्टर के डायरेक्टर जनरल राजेश रंजन ने कहा कि मेरा सभी यात्रियों से एक ही निवेदन है कि वे सभी कॉन्टैक्टलेस यात्रा करें. पूरे मेट्रो परिसर को इस प्रकार से व्यवस्थित किया गया है कि यात्री कॉन्टैक्टलेस यात्रा कर सकते हैं. यात्री अपने साथ कम से कम मैटेलिक ऑब्जेक्ट कैरी करें ताकि सुरक्षा कर्मियों को भी जांच के दौरान ज्यादा दिक्कत ना हो.
कम सामान के साथ यात्रा करें यात्री
राजेश रंजन ने कहा कि मेट्रो में सफर करने वाले यात्री कम सामान के साथ यात्रा करें ताकि फ्रिक्सिंग पॉइंट पर ज्यादा भीड़ इकट्ठा ना हो. अगर सामान ज्यादा होता है तो स्कैनर मशीन और लगेज सैनिटाइजेशन काउंटर पर भी लोगों की भीड़ उमड़ने शुरू हो जाएगी. इससे संक्रमण का खतरा पैदा हो सकता है. मैं सीआईएसएफ की ओर से सभी को आश्वस्त करता हूं कि कोई भी यात्री संक्रमित ना हो, इसके लिए सीआईएसएफ पूरे मुस्तैदी से काम कर रही है.