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बिहार: मुंगेर हिंसा के बाद डीएम, एसपी नपे, आयुक्त करेंगे जांच - पुलिस अधीक्षक के ऑफिस में तोड़फोड़

मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के बाद हुए लाठीचार्ज और गोलीबारी को लेकर जनता उग्र हो गई है.वहीं इस मामले को लेकर मुंगेर के डीएम और एसपी को हटा दिया गया है. इन दोनों के स्थान पर मुंगेर में रचना पाटिल को डीएम और आईपीएस मानवजीत सिंह ढिल्लो को एसपी की जिम्मेवारी दी गई है. इसके साथ ही शांति व्यवस्था कायम करने के लिए डीआईजी मनु महाराज सड़कों पर उतर गए हैं. पढ़ें पूरी खबर...

a ruckus erupted
मूर्ति विसर्जन के दौरान गोलीबारी
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Published : Oct 29, 2020, 2:24 PM IST

Updated : Oct 29, 2020, 5:37 PM IST

पटना : बिहार के मुंगेर में दशहरे के अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत के बाद गुरुवार को निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटाने के आदेश दिए हैं. निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के हालात को देखते हुए जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को हटाने का आदेश दिया है. इसके साथ ही पूरे मामले की जांच मगध के डिविजन कमिश्नर को दे दी गई है, जो सात दिन में अपनी रिपोर्ट सौपेंगे.

वहीं, रचना पाटिल को मुंगेर डीएम की जिम्मेवारी दी गई है. साथ ही आईपीएस मानवजीत सिंह ढिल्लो मुंगेर के एसपी बनाये गए हैं. मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा पर कार्रवाई करते हुए यह जिम्मेवारी दी गई है.

वीडिय देखें- संजय कु.सिंह (अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी)

डीआईजी मनु महाराज सड़कों पर उतरे
शांति व्यवस्था कायम करने के लिए डीआईजी मनु महाराज सड़कों पर उतर गए हैं. वे लोगों से लगातर अपील कर रहे हैं कि कानून को हाथ में ना लें और शांति व्यवस्था कायम करने में पुलिस की मदद करें.

मनु महाराज से खास बातचीत

ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जिले में थाने को उग्र भीड़ ने आग के हवाले किया है जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हैं. उन्होंने कहा कि तत्काल बासुदेवपुर थाना प्रभारी सुशील कुमार सिंह मुफस्सिल थाना प्रभारी बृजेश कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है. मनु महाराज ने लोगों से अपील की है कि शांति व्यवस्था कायम करने में पुलिस की मदद करें.

जानकारी देते संवाददता.

इससे पहले मुंगेर में गुरुवार को आक्रोशित भीड़ फिर से सड़कों पर उतर गई और वासुदेवपुर आउटपोस्ट (ओपी) तथा पूरबसराय ओपी पर पथराव किया और आग लगा दी. वासुदेवपुर ओपी में तैनात एक अधिकारी ने बताया कि 150 से 200 लोगों ने अचानक थाने पर पथराव कर हमला कर दिया और आग लगा दी. उन्होंने बताया किसी तरह हम लोगों ने बचकर जान बचाई.

मूर्ति विसर्जन के दौरान गोलीबारी पर उग्र हुए लोग

आक्रोशित लोगों ने थाने में लगे वाहनों को भी फूंक दिया. इसके अलावा पुलिस अधीक्षक कार्यालय और अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) आवास में भी जमकर तोड़फोड़ की गई.

इसके बाद क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा चलाई गई गोली में युवक की जान गई. आक्रोशित लोग पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

उल्लेखनीय है कि कोतवाली थाना क्षेत्र में दशहरा के मौके पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान लोगों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत हो गई तथा कई लोग घायल हो गए. इसके बाद चुनाव के कारण कई राजनीतिक दलों ने इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर निशाना साधा.

पुलिस अधीक्षक के ऑफिस में तोड़फोड़
वहीं दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक ऑफिस में घुसकर लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की.शहर के अलग-अलग इलाके में युवा आक्रोशित होकर घूम रहे हैं. मुंगेर में हालात बेकाबू हो चुके हैं. एसपी ऑफिस के साइन बोर्ड को उग्र भीड़ ने उखाड़ फेंका. लोगों में आक्रोश इसकदर था कि रास्ते में जो कुछ आया लोग उसे तोड़ते हुए आगे बढ़ रहे थे. इस दौरान पुलिस भी नदारद दिखी.

जस्टिस फॉर अनुराग के लिए गुस्सा
जस्टिस फॉर अनुराग की मांग को लेकर मुंगेर के लोग आक्रोशित हैं. दरअसल मूर्ति विसर्जन के दिन हुए गोली बारी में अनुराग की मौत हो गई थी. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रशासन 48 घंटे बाद भी परिजनों से मिलने नहीं पहुंचा. इसी बात से लोग गुस्से में हैं.

मुंगेर मुद्दे पर हो रही सियासत
तेजस्वी यादव, चिराग पासवान और राहुल गांधी ने भी इस मसले को लेकर सरकार और प्रशासन पर निशाना साधा था. तेजस्वी यादव ने तो मुंगेर पुलिस को 'जनरल डायर' की संज्ञा दी थी. वहीं चिराग पासवान ने प्रशासन को महिषासुर बताया था.

पटना : बिहार के मुंगेर में दशहरे के अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत के बाद गुरुवार को निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटाने के आदेश दिए हैं. निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के हालात को देखते हुए जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को हटाने का आदेश दिया है. इसके साथ ही पूरे मामले की जांच मगध के डिविजन कमिश्नर को दे दी गई है, जो सात दिन में अपनी रिपोर्ट सौपेंगे.

वहीं, रचना पाटिल को मुंगेर डीएम की जिम्मेवारी दी गई है. साथ ही आईपीएस मानवजीत सिंह ढिल्लो मुंगेर के एसपी बनाये गए हैं. मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा पर कार्रवाई करते हुए यह जिम्मेवारी दी गई है.

वीडिय देखें- संजय कु.सिंह (अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी)

डीआईजी मनु महाराज सड़कों पर उतरे
शांति व्यवस्था कायम करने के लिए डीआईजी मनु महाराज सड़कों पर उतर गए हैं. वे लोगों से लगातर अपील कर रहे हैं कि कानून को हाथ में ना लें और शांति व्यवस्था कायम करने में पुलिस की मदद करें.

मनु महाराज से खास बातचीत

ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जिले में थाने को उग्र भीड़ ने आग के हवाले किया है जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हैं. उन्होंने कहा कि तत्काल बासुदेवपुर थाना प्रभारी सुशील कुमार सिंह मुफस्सिल थाना प्रभारी बृजेश कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है. मनु महाराज ने लोगों से अपील की है कि शांति व्यवस्था कायम करने में पुलिस की मदद करें.

जानकारी देते संवाददता.

इससे पहले मुंगेर में गुरुवार को आक्रोशित भीड़ फिर से सड़कों पर उतर गई और वासुदेवपुर आउटपोस्ट (ओपी) तथा पूरबसराय ओपी पर पथराव किया और आग लगा दी. वासुदेवपुर ओपी में तैनात एक अधिकारी ने बताया कि 150 से 200 लोगों ने अचानक थाने पर पथराव कर हमला कर दिया और आग लगा दी. उन्होंने बताया किसी तरह हम लोगों ने बचकर जान बचाई.

मूर्ति विसर्जन के दौरान गोलीबारी पर उग्र हुए लोग

आक्रोशित लोगों ने थाने में लगे वाहनों को भी फूंक दिया. इसके अलावा पुलिस अधीक्षक कार्यालय और अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) आवास में भी जमकर तोड़फोड़ की गई.

इसके बाद क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा चलाई गई गोली में युवक की जान गई. आक्रोशित लोग पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

उल्लेखनीय है कि कोतवाली थाना क्षेत्र में दशहरा के मौके पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान लोगों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत हो गई तथा कई लोग घायल हो गए. इसके बाद चुनाव के कारण कई राजनीतिक दलों ने इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर निशाना साधा.

पुलिस अधीक्षक के ऑफिस में तोड़फोड़
वहीं दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक ऑफिस में घुसकर लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की.शहर के अलग-अलग इलाके में युवा आक्रोशित होकर घूम रहे हैं. मुंगेर में हालात बेकाबू हो चुके हैं. एसपी ऑफिस के साइन बोर्ड को उग्र भीड़ ने उखाड़ फेंका. लोगों में आक्रोश इसकदर था कि रास्ते में जो कुछ आया लोग उसे तोड़ते हुए आगे बढ़ रहे थे. इस दौरान पुलिस भी नदारद दिखी.

जस्टिस फॉर अनुराग के लिए गुस्सा
जस्टिस फॉर अनुराग की मांग को लेकर मुंगेर के लोग आक्रोशित हैं. दरअसल मूर्ति विसर्जन के दिन हुए गोली बारी में अनुराग की मौत हो गई थी. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रशासन 48 घंटे बाद भी परिजनों से मिलने नहीं पहुंचा. इसी बात से लोग गुस्से में हैं.

मुंगेर मुद्दे पर हो रही सियासत
तेजस्वी यादव, चिराग पासवान और राहुल गांधी ने भी इस मसले को लेकर सरकार और प्रशासन पर निशाना साधा था. तेजस्वी यादव ने तो मुंगेर पुलिस को 'जनरल डायर' की संज्ञा दी थी. वहीं चिराग पासवान ने प्रशासन को महिषासुर बताया था.

Last Updated : Oct 29, 2020, 5:37 PM IST
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