कांकेर : नाबालिग से रेप के आरोपों में घिरे बीजेपी प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. झारखंड पुलिस ने स्थानीय पुलिस के साथ टीम ने बीजेपी प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम के साथ 2 अन्य के घरों में दबिश दी थी. तीनों अभियुक्तों के घर पहुंच नोटिस थमाया गया था. मंगलवार को भाजपा प्रतिनिधि, नोटिस का जवाब देने कांकेर कोतवाली पहुंचे. जहां डेढ़ घंटे तक झारखंड पुलिस और बीजेपी प्रतिनिधियों की बैठक चली. Brahmanand Netam sought time from Jharkhand Police
बीजेपी प्रत्याशी ने नोटिस का दिया जवाब : कोतवाली से बाहर आकर अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी चुनाव प्रचार में है. उनकी गैर मौजूदगी में उनके इलेक्शन एजेंट ने थाना पहुंचकर जवाब दिया है. वहीं इलेक्शन एजेंट नंदू ओझा ने कहा कि समय देने की मांग की है. 8 तारीख तक समय मांगा है. वहीं झारखंड पुलिस डीएसपी सुमित कुमार ने कहा कि टेल्को थाना में दर्ज हुए मामले में टीम पहुंची है. कुछ अभियुक्त हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापामार कार्रवाई जारी है.
झारखंड पुलिस ने थमाया था नोटिस : आपको बता दें कि झारखंड पुलिस ने बीजेपी प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम को सुबह 10 बजे तक थाना कांकेर में उपस्थित होने का नोटिस जारी किया था. पुलिस की इस नोटिस से फिर एक बार माहौल गरमा गया था. Bhanupratapur by election 2022
झारखंड पुलिस के चालान में 3 नाम: रेप केस में झारखंड पुलिस ने कांकेर के मंझापारा वार्ड में नरेश सोनी के घर दबिश दी है. हालांकि नरेश सोनी घर पर नहीं मिला. झारखंड पुलिस के चालान में भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम, दीपांकर सिन्हा बीजेपी का कोषाध्यक्ष और नरेश सोनी का नाम है.
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इस मामले में गिरफ्तारी के लिए झारखंड पुलिस की टीम कांकेर पुहंची: आपको बता दें कि झारखंड के जमशेदपुर के टेल्को थाने में ब्रह्मानंद नेताम के खिलाफ रेप का केस दर्ज है. नाबालिग से रेप के आरोप में उनके खिलाफ केस दर्ज है. यह मामला साल 2019 का है. ब्रह्मानंद नेताम पर जमशेदपुर के टेल्को थाना में कांड संख्या 84/2019 के तहत दुष्कर्म, पोस्को एक्ट और अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम की गंभीर धाराएं लगी हुई हैं. रेप के आरोप की शिकायत का मामला पीसीसी चीफ ने 20 नवंबर को कांकेर में उठाया था. उसके बाद बीजेपी प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत भी की गई थी. मोहन मरकाम का आरोप है कि "इस मामले में पुलिस ने पहले पांच को नामजद किया था. इसके बाद 4-5 झारसुगड़ा के अज्ञात पुलिसकर्मी के अलावा अन्य अज्ञात के खिलाफ कांड दर्ज हुआ था. बाद में जमशेदपुर के टाउन डीएसपी के सुपरवीजन के दौरान अन्य पांच अभियुक्तों का भी नाम जोड़ा गया.