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सऊदी अरब में फंसे झारखंड के 45 मजदूर, वीडियो शेयर कर सरकार से वतन वापसी की लगाई गुहार - etv news

Jharkhand workers stranded in Saudi Arabia. झारखंड के 45 प्रवासी मजदूर सऊदी अरब में फंसे हुए हैं. मजदूरों ने वीडियो शेयर कर वतन वापसी की गुहार लगाई है. सभी केंद्र और राज्य सरकार से मदद की अपील कर रहे हैं.

Jharkhand workers stranded in Saudi Arabia
Jharkhand workers stranded in Saudi Arabia
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 6, 2023, 3:17 PM IST

सऊदी अरब में फंसे मजदूरों द्वारा जारी वीडियो

बोकारो: झारखंड के बोकारो, हजारीबाग और गिरिडीह जिले के मजदूरों का विदेश में फंसने का सिलसिला जारी है. झारखंड के प्रवासी मजदूरों के विदेश में फंसे होने का मामला एक बार फिर सामने आया है. इस बार झारखंड के 45 प्रवासी मजदूर सऊदी अरब में फंसे हुए हैं. पिछले पांच माह से मजदूरों को कंपनी द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है. मजदूरों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है. मजदूरों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर अपनी दुर्दशा बताई है और सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है. साथ ही उन्होंने बकाया वेतन के भुगतान की मांग भी की है.

केंद्र और राज्य सरकार से मदद की अपील: प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले सिकंदर अली ने भारत सरकार और राज्य सरकार से मजदूरों की मदद की अपील की है. उन्होंने कहा कि रोजगार की कमी के कारण झारखंड में हर दिन कहीं न कहीं से ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. लोग रोजी-रोटी की तलाश में विदेश जाते हैं, वहां उन्हें प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बड़ी मुश्किल से मजदूर अपने वतन लौट पा रहे हैं. सरकार को मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए रोजगार की व्यवस्था करने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि झारखंड के 45 मजदूर सऊदी अरब में फंसे हुए हैं.

ये मजदूर फंसे हैं: गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के तारानारी के अर्जुन महतो, भागीरथ महतो, टेकलाल महतो, बेको के संतोष साव, महेश साव, कामेश्वर साव, खेतको के महेश महतो, रीतलाल महतो, विजय महतो, मुंडरो के अशोक महतो, डुमरी प्रखंड के जरमुने सोहन कुमार, बरियारपुर के इंद्रदेव महतो, चैनपुर के राजेश कुमार महतो, पोरदाग के गणेश साव, डुमरी के सुभाष कुमार, जानकी महतो शामिल हैं.

इसके अलावा बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड के पोखरिया के जगदीश महतो, गोनियातो के रामचन्द्र महतो, गोमिया प्रखंड के कारी के प्रदीप महतो, सिधबारा के मनोहर महतो, हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ प्रखंड के अचलजामू के सहदेव रजवार, रूपलाल महतो, करगालो के बहादुर महतो, नागेश्वर महतो, सीतल महतो, रोहित महतो, मेघलाल महतो, रंजन राज मेहता, सरुकुदर के भैरो महतो, उच्चघाना के सुकर महतो नंदलाल महतो, लोकनाथ महतो, सुनील महतो, बलकमक्का के तिलक महतो, थानेश्वर महतो, अंबाटांड़ के महानंद पटेल, प्रमोद महतो, अनंतलाल महतो, खरकट्टो के तपेश्वर महतो, सिराय के टोकन सिंह, अलखरी के धनेश्वर महतो, नागी चुरामन महतो, केंदुवाडीह के भुनेश्वर महतो, जितेंद्र महतो और बरकट्ठा प्रखंड के गोरहर के बालगोविंद महतो शामिल हैं.

यह भी पढ़ें: बगोदर के प्रवासी मजदूर की गुजरात में मौत, लोहे का भारी सामान सिर पर गिरने से हुआ हादसा

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सऊदी अरब में फंसे मजदूरों द्वारा जारी वीडियो

बोकारो: झारखंड के बोकारो, हजारीबाग और गिरिडीह जिले के मजदूरों का विदेश में फंसने का सिलसिला जारी है. झारखंड के प्रवासी मजदूरों के विदेश में फंसे होने का मामला एक बार फिर सामने आया है. इस बार झारखंड के 45 प्रवासी मजदूर सऊदी अरब में फंसे हुए हैं. पिछले पांच माह से मजदूरों को कंपनी द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है. मजदूरों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है. मजदूरों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर अपनी दुर्दशा बताई है और सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है. साथ ही उन्होंने बकाया वेतन के भुगतान की मांग भी की है.

केंद्र और राज्य सरकार से मदद की अपील: प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले सिकंदर अली ने भारत सरकार और राज्य सरकार से मजदूरों की मदद की अपील की है. उन्होंने कहा कि रोजगार की कमी के कारण झारखंड में हर दिन कहीं न कहीं से ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. लोग रोजी-रोटी की तलाश में विदेश जाते हैं, वहां उन्हें प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बड़ी मुश्किल से मजदूर अपने वतन लौट पा रहे हैं. सरकार को मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए रोजगार की व्यवस्था करने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि झारखंड के 45 मजदूर सऊदी अरब में फंसे हुए हैं.

ये मजदूर फंसे हैं: गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के तारानारी के अर्जुन महतो, भागीरथ महतो, टेकलाल महतो, बेको के संतोष साव, महेश साव, कामेश्वर साव, खेतको के महेश महतो, रीतलाल महतो, विजय महतो, मुंडरो के अशोक महतो, डुमरी प्रखंड के जरमुने सोहन कुमार, बरियारपुर के इंद्रदेव महतो, चैनपुर के राजेश कुमार महतो, पोरदाग के गणेश साव, डुमरी के सुभाष कुमार, जानकी महतो शामिल हैं.

इसके अलावा बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड के पोखरिया के जगदीश महतो, गोनियातो के रामचन्द्र महतो, गोमिया प्रखंड के कारी के प्रदीप महतो, सिधबारा के मनोहर महतो, हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ प्रखंड के अचलजामू के सहदेव रजवार, रूपलाल महतो, करगालो के बहादुर महतो, नागेश्वर महतो, सीतल महतो, रोहित महतो, मेघलाल महतो, रंजन राज मेहता, सरुकुदर के भैरो महतो, उच्चघाना के सुकर महतो नंदलाल महतो, लोकनाथ महतो, सुनील महतो, बलकमक्का के तिलक महतो, थानेश्वर महतो, अंबाटांड़ के महानंद पटेल, प्रमोद महतो, अनंतलाल महतो, खरकट्टो के तपेश्वर महतो, सिराय के टोकन सिंह, अलखरी के धनेश्वर महतो, नागी चुरामन महतो, केंदुवाडीह के भुनेश्वर महतो, जितेंद्र महतो और बरकट्ठा प्रखंड के गोरहर के बालगोविंद महतो शामिल हैं.

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