ऊना: कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में शहीद स्मारक पर दो बार श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया. ऊना के एमसी पार्क में स्थित शहीद स्मारक पर जिला प्रशासन द्वारा शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का कार्यक्रम तय किया गया था, लेकिन पूर्व सैनिकों ने प्रशासन से अलग रहते हुए प्रशासन से पहले ही श्रद्धांजलि समारोह अलग से शुरू कर दिया. पूर्व सैनिकों का आरोप है कि जिला प्रशासन पूर्व सैनिकों की पूर्ण रूप से अनदेखी कर रहा है. शहीद स्मारक पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में किसी भी शहीद के परिजनों को नहीं बुलाया जाना शहीदों का अपमान है. जिसे पूर्व सैनिक किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे. यही कारण है कि पूर्व सैनिकों ने जिला प्रशासन से अलग होकर कारगिल विजय दिवस पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया है.
जिला प्रशासन से खफा ऊना के पूर्व सैनिकों ने कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में अलग से कार्यक्रम का आयोजन करते हुए प्रशासनिक कार्यक्रम से करीब एक घंटे पूर्व श्रद्धांजलि समारोह आयोजित कर डाला. भारत माता की जय और वंदे मातरम का जयघोष करते हुए पूर्व सैनिकों ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. पूर्व सैनिकों की अगुवाई कर रहे कैप्टन शक्ति चंद और राजेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रशासनिक तौर पर पूर्व सैनिकों की अनदेखी की जा रही है जिससे पूर्व सैनिक पूरी तरह आहत है. उन्होंने कहा कि शहीदों को श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम प्रशासन द्वारा रखा गया, लेकिन शहीदों के परिजनों को भी इस कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. कैप्टन शक्ति चंद ने कहा कि इस तरह से न केवल पूर्व सैनिकों का मनोबल गिरेगा अपितु सेनाओं में सेवाएं दे रहे स्थानीय युवक अभी हतोत्साहित होंगे.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव सुमित शर्मा का कहना है कि प्रशासन को ऐसे कार्यक्रम के आयोजन के लिए सबको साथ लेकर चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों ने प्रशासन से अलग होकर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रशासन को सभी कमियों को दूर करते हुए ऐसे कार्यक्रमों में पूर्व सैनिकों की उपस्थिति सुनिश्चित करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाओं के शौर्य और पराक्रम का प्रतीक कारगिल विजय दिवस पूर्व सैनिकों को ही समर्पित है और यदि इसमें वहीं नहीं होंगे तो फिर कार्यक्रम का औचित्य नहीं रह जाता. उन्होंने प्रदेश सरकार से भी मांग की है कि इस तरह के मामलों पर आवश्यक कार्रवाई की जाए और पूर्व सैनिकों के सम्मान को किसी प्रकार की ठेस पहुंचने से बचाया जा सके.
अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर ने कहा कि पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड से इस मामले को लेकर रिपोर्ट तलब की जाएगी और वहीं उन्हें यह भी निर्देश दिए जाएंगे पूर्व सैनिकों से संबंधित हर कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति सुनिश्चित हो.
ये भी पढे़ं- Kargil Vijay Diwas: हर कदम बिखरा के अपना खून, अपनी बोटियां, जब शहीदों ने बचाई कारगिल की चोटियां