ऊना: हिमाचल प्रदेश के सबसे अमीर मंदिर और विख्यात शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी के मंदिर में वीवीआईपी दर्शन के लिए 1100 रुपए की पर्ची कटेगी. मंदिर प्रशासन ने इस संबंध में फैसला लिया है. जिस मां चिंतपूर्णी के दरबार में अमीर-गरीब सब एक समान माने जाते हैं, वहां पैसे देकर दर्शन की सुविधा का प्रावधान किया गया है. यदि कोई वीवीआईपी दर्शन करना चाहता है तो 1100 रुपए की पर्ची कटवा कर अलग लाइन में लग सकता है. लेकिन एक दिलचस्प बात ये है कि माननीयों यानी मंत्रियों तथा विधायकों को इस शुल्क से छूट है. मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि सोच-समझकर प्रशासन ने सुगम दर्शन प्रणाली विकसित की है.
एसडीएम विवेक महाजन के अनुसार अभी ये व्यवस्था परीक्षण के चरण में है. नई व्यवस्था के अनुसार वीआईपी 1100 रुपए की पर्ची कटवा सकेंगे. पहले कैटेगरी में 1100 रुपए की पर्ची कटवाने वाले 5 आस्थावान मंदिर में मां के दर्शन कर पाएंगे. दूसरे वर्ग में बुजुर्ग लोगों को रखा गया है. इस वर्ग में 65 साल से अधिक आयु के वृद्ध व्यक्ति अपने साथ एक सहायक रखेंगे और उन्हें इसके लिए पचास रुपए अदा करने होंगे. यदि कोई आस्थावान व्यक्ति दिव्यांग है तो वो भी अपने साथ एक सहायक रख सकेगा. उसे भी पचास रुपए चुकाने होंगे. एक खास वर्ग माननीयों का रखा गया है. मंत्री, सांसद और विधायक बिना शुल्क दर्शन कर सकेंगे. उनकी कोई पर्ची नहीं कटेगी.
माननीय अलग लाइन में खड़े होकर दर्शन कर सकेंगे. एसडीएम विवेक महाजन के अनुसार अभी परीक्षण की अवधि में केवल पांच सौ पास बनाए गए हैं. वहीं, आम श्रद्धालु पहले की तरह पंक्तिबद्ध होकर निशुल्क दर्शन कर सकेंगे. जो वीवीआईपी 1100 रुपए की पर्ची कटवाएंगे, उन्हें मंदिर न्यास बाबा श्री माई दास सदन में बने वेटिंग हॉल में बैठने की व्यवस्था करेगा. वहां से वीवीआईपी इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट से मंदिर की लिफ्ट तक जाएंगे और मां की पिंडी के दर्शन कर सकेंगे. उल्लेखनीय है कि विख्यात शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी ऊना जिले में है. ये प्रदेश का सबसे संपन्न मंदिर है. मंदिर ट्रस्ट के पास सौ करोड़ रुपए फिक्स डिपॉजिट है. मंदिर ट्रस्ट के पास एक क्विंटल सोना है.
वीवीआईपी दर्शन से एक दिन में होगी साढ़े पांच लाख की कमाई: चिंतपूर्णी के एसडीएम विवेक महाजन के अनुसार सुगम दर्शन प्रणाली में एक समय में अधिकतम पांच सौ पास जारी किए जाएंगे। पांच सौ पास की सीमा इसलिए बांधी गई है, ताकि वीवीआईपी दर्शन के लिए अधिक लोग न उमड़ पड़े. वीवीआईपी के लिए इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट से लिफ्ट तक ले जाने की व्यवस्था होगी. यदि पांच सौ से अधिक पास जारी किए जाएंगे तो व्यवस्था गड़बड़ा जाएगी. एक पास में वीवीआईपी दर्शन के लिए पांच लोग जा सकेंगे. इस व्यवस्था से मंदिर प्रशासन को एक दिन में साढ़े पांच लाख रुपए की आय होगी.
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