ऊना: जिला मुख्यालय ऊना के सीमावर्ती एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल का गला पकड़ने, थप्पड़ मारने व बदतमीजी करने वाले छात्र को स्कूल प्रशासन द्वारा निष्कासित कर दिया गया है. वहीं, मारपीट करने पर गिरफ्तार छात्र के पिता को तहसीलदार ऊना के समक्ष पेश किया गया, जहां पर उसे जमानत देकर रिहा कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक स्कूल एसएमसी व स्टाफ सदस्यों के बीच हुई बैठक के दौरान निर्णय लेते हुए छात्र के खिलाफ कठोर फैसला लिया गया, ताकि भविष्य में भी कोई छात्र अपने गुरु का अपमान न कर सके.
ये है पूरा मामला: गौरतलब है कि जिला मुख्यालय ऊना से करीब सात किलोमीटर दूर स्थित सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने एक छात्र को बाल कटवाने के लिए कहा. जिस पर छात्र ने तपाक से जवाब देते हुए मनमर्जी करने की बात कही. जब प्रिंसिपल ने छात्र को अनुशासन में रहकर बात करने को कहा और परिजनों को स्कूल लाने के लिए कहा तो इसी बीच छात्र बैग उठाकर घर की ओर रवाना हो गया. बात यहीं खत्म नहीं हुई, बल्कि कुछ देर बाद छात्र अपने पिता के साथ दोबारा स्कूल लौटा और प्रिंसिपल से बदतमीजी करने लगे. बहसबाजी के दौरान छात्र गुस्से में आकर तैश में आ गया और प्रिंसिपल को गले से पकड़ लिया. इतना ही नहीं छात्र ने प्रिंसिपल को थप्पड़ भी जड़ दिया. इन सारे मामले में छात्र के पिता ने भी अपने बेटे को रोकने या डांटने के बजाए उसका पूरा साथ दिया.
आरोपी गिरफ्तार: बताया जा रहा है कि शोर मचाने पर अन्य अध्यापक भी मौके पर पहुंचे, जिनके साथ छात्र व उसके पिता ने बदतमीजी की. स्कूल प्रिंसिपल ने माहौल को बिगड़ता देख इसकी सूचना तुरंत पुलिस और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को दी. ऊना पुलिस सूचना मिलने के बाद मौके पर स्कूल पहुंची. पुलिस ने हंगामा करने वाले पिता को हुडदंग मचाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
छात्र के पिता को मिली जमानत: मिली जानकारी के अनुसार रात भर जेल में बंद रहने के बाद शनिवार सुबह पिता को तहसीलदार ऊना के समक्ष पेश किया गया. जहां से छात्र के पिता को रिहा कर दिया गया. वहीं, दूसरी ओर स्कूल एसएमसी व स्टाफ सदस्यों के बीच ने बैठक छात्र को निष्कासित कर दिया है. स्कूल प्रिंसिपल का कहना है कि बैठक के दौरान सभी ने फैसला लेकर छात्र को निष्कासित कर दिया, ताकि आगे कभी कोई भी छात्र इस तरह से शिक्षकों का अपमान न कर सके.