ऊना: जिला ऊना में एक डॉक्टर द्वारा भगवान शिव के खिलाफ की गई अश्लील टिप्पणी के मामले पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने सोमवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए इसे असहनीय करार दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन द्वारा इस मामले में त्वरित और कानून सम्मत कार्रवाई की गई है. जिसके चलते डॉक्टर को अग्रिम जमानत लेने के लिए शिमला तक भागना पड़ा.
उन्होंने कहा कि वह पुलिस को हिदायत दे रहे हैं कि चिकित्सक की जमानत रद्द करवाने को लेकर जल्द उचित कार्रवाई अमल में लाई जाए. पूर्व विधायक ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक हिंदू राज्य है जहां हिंदू समुदाय के लोग अधिक संख्या में रहते हैं ऐसे में किसी भी प्रकार से हिंदुओं की भावना को आहत नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस चिकित्सक को यहां पर भवन देने वाले लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. वहीं पूर्व विधायक ने कहा कि चंबा में मनोहर हत्याकांड के आरोपियों को सलाखों के पीछे समयबद्ध तरीके से डाल दिया गया था. हालांकि उसके बावजूद भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उसके घर को आग के हवाले किया और यह निंदनीय कृत्य है.
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने सोमवार को कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए डॉक्टर नदीम अख्तर द्वारा भगवान शिव के खिलाफ की गई अश्लील टिप्पणी के मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की. पूर्व विधायक ने कहा कि डॉ नदीम अख्तर द्वारा की गई टिप्पणी असहनीय है और उसकी कड़े शब्दों में निंदा की गई है. हालांकि पुलिस प्रशासन ने इस मामले में गैर जमानती धाराएं लगाई हैं, जिसके चलते चिकित्सक को उच्च न्यायालय तक जाकर अग्रिम जमानत लेनी पड़ी. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को उन्होंने सख्त हिदायत दी है कि चिकित्सक की जमानत रद्द करवाने को लेकर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए, ताकि डॉक्टर नदीम अख्तर के बाद कोई भी अन्य व्यक्ति इस प्रकार की हिमाकत न कर सके.
पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक हिंदू राज्य है जहां पर करीब 98 फीसदी लोग हिंदू हैं. ऐसे में उनकी भावनाओं को आहत करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा. पूर्व विधायक ने कहा की डॉक्टर नदीम अख्तर बाहरी राज्य से आकर यहां काम धंधा चला रहा है और इस चिकित्सक को नियमों को ताक पर रखकर स्थानीय लोगों द्वारा भवन दिया गया है, ऐसे लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
वहीं, पूर्व विधायक ने चंबा में मनोहर हत्याकांड के बाद उसके हत्या आरोपियों के घर को जलाने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने कहा कि जब हत्या के आरोपियों को सरकार द्वारा सलाखों के पीछे धकेल दिया गया था ऐसे में भाजपा के लोगों को उसका घर जलाने की वारदात को अंजाम नहीं देना चाहिए था. उन्होंने कहा कि कुछ लोग शांत माने जाने वाले हिमाचल का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं.
बता दें कि हिंदू संगठनों ने रविवार देर शाम मैहतपुर थाने का घेराव किया था. हिंदू संगठनों के सभी पदाधिकारियों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने जानबूझकर डॉक्टर नदीम को राहत देने के लिए केस को कमजोर किया है, जबकि उच्च न्यायालय के समक्ष पुलिस ने अपना जायज पक्ष आरोपी के खिलाफ नहीं रखा. कुल मिलाकर हिंदू एकता मंच के पदाधिकारी एवं सैकड़ों सदस्य जांच अधिकारी से पूरी तरह नाखुश दिखे और उन्होंने पुलिस से जांच अधिकारी को त्वरित बदलने की मांग उठाई. वहीं, थाना प्रभारी ने तुरंत इस मांग को स्वीकार करते हुए जांच अधिकारी को बदल डाला.
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