ऊना: हिमाचल प्रदेश में 21 सितंबर सोमवार से 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. इसके लिए सरकार की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इस दौरान स्कूल में 50 प्रतिशत स्टाफ की बारी-बारी से ड्यूटी लगाई जाएगी.
बच्चे अपनी पढ़ाई से संबंधित समस्या के लिए स्कूल आ सकते हैं, लेकिन लगभग 6 महीने के बाद स्कूल खुलने के बावजूद भी स्कूलों में कोई भी छात्र नजर नहीं आए. स्कूल में केवल शिक्षक ही नजर आए. शिक्षकों ने खुद माना कि स्कूलों से छात्र नदारद रहे. स्कूल में पूरी तरह से सन्नाटा छाया रहा.
प्रदेश सरकार ने स्कूल खोलने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं और कोविड के मद्देनजर सावधानी बरतने को कहा गया है. छात्र पढ़ाई से संबंधित किसी भी गाइडेंस के लिए स्कूलों में आ सकते हैं. इसके लिए छात्रों को कोविड नियमों का पालन करना अवश्यक होगा. साथ ही सावधानी के तौर पर स्कूल आने के लिए माता-पिता का हस्ताक्षर किया हुआ पत्र साथ लाना होगा.
तय एसओपी के तहत छात्रों को स्कूल कैंपस में एकत्र नहीं होने दिया जाएगा, ना ही खेलकूद जैसी गतिविधियां और प्रार्थना करवाई जाएगी. जिस छात्र को जुकाम, खांसी और फ्लू, बुखार जैसे लक्षण हैं, उन्हें स्कूल में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी. अगर कोई बच्चा बीमार महसूस करता है, तो उसकी तुरंत जानकारी अधिकारियों और शिक्षकों को देनी होगी. इसके साथ ही कैंपस में साफ सफाई की व्यवस्था का भी पूरा प्रबंध किया जाएगा. शनिवार और रविवार को स्कूलों में इसके लिए विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा. बायोमेट्रिक पर शिक्षकों और गैर शिक्षकों की हाजिरी नहीं लगाई जाएगी.