ऊना: स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने मुंबई पुलिस की सहायता से कांगड़ा कोऑपरेटिव बैंक में फर्जी लोन के नाम पर तीन करोड़ रुपये के गबन के आरोपी का धर दबोचने में सफलता हासिल की है. आरोपी की पहचान दिनेश डेविड के रूप में हुई है जो जिला ऊना के शैलजा बिहार का निवासी है. विजिलेंस की टीम ने आरोपी को मुंबई के एक न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड पर लिया है, जिसे शुक्रवार को ऊना न्यायालय में पेश करते हुए रिमांड पर लेने का प्रयास किया जाएगा.
बता दें कि आरोपी दिनेश डेविड विजिलेंस थाना ऊना में 7 अप्रैल 2021 और 24 सितंबर 2022 को दर्ज किए गए दो अलग-अलग मुकदमों में आरोपी बताया गया है. दिनेश डेविड लंबे समय से फरार चल रहा था, जिसकी धरपकड़ के लिए विजिलेंस की टीम ने इंस्पेक्टर हरीश गुलेरिया, हेड कांस्टेबल सुभाष चंद और कॉन्स्टेबल मनोज कुमार पर आधारित टीम को गठित कर महाराष्ट्र के मुंबई रवाना किया था. मुंबई में स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दिनेश डेविड के कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की. हालांकि इस दौरान मुंबई पुलिस की भी मदद ली गई.
एएसपी विजिलेंस धर्मचंद वर्मा ने बताया कि दिनेश डेविड ने कांगड़ा बैंक के कर्मचारियों के साथ मिलीभगत करते हुए कई फर्जी लोग बनाकर करीब 3 करोड़ रुपए का गबन किया है. उन्होंने बताया कि 21 फरवरी को आरोपी को मुंबई की एक अदालत में पेश करते हुए विजिलेंस ने ट्रांजिट रिमांड पर लिया, जबकि 24 फरवरी को जिला मुख्यालय की अदालत में पेश करते हुए रिमांड पर लेने का प्रयास किया जाएगा. इसके बाद करोड़ों रुपए के गबन मामले की जांच में इसे शामिल किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ. अजय कुमार गुप्ता गिरफ्तार, 4 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर