ऊना: नए कृषि कानून का जिला ऊना में भी विरोध होना शुरू हो गया है. मंगलवार को सीटू व किसान सभा ने संयुक्त रूप से नए कृषि कानूनों का विरोध किया. साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि अगर इन कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो वह दिल्ली जाकर इसका विरोध करेंगे.
नए कृषि कानून का जिला ऊना में भी मंगलवार को विरोध हुआ. इस दौरान सीटू व किसान सभा के सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की सदस्यों ने कहा कि इस कानून से किसानों को बहुत नुकसान होगा.
उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसानों को दबाकर पूंजीपतियों को लाभ देना चाहती है जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सदस्यों ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो जिला ऊना से भी किसान एकत्रित होकर दिल्ली पहुंचेंगे इस कानून का विरोध करेंगे.
किसानों ने कहा कि जिस प्रकार से केंद्र सरकार ने इस कानून को लाकर दमनकारी नीति अपनाई है उसके बाद किसानों को दिल्ली ना पहुंचने देने के लिए भी सरकार ने उन पर जबरन लाठीचार्ज भी करवाया. जिसका सभा पुरजोर विरोध करती है.
उन्होंने कहा कि अन्नदाता के साथ इस प्रकार का व्यवहार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस समय देश के किसान दिल्ली में एकजुट होकर इस कानून का विरोध कर रहे हैं इन सबके साथ जिला ऊना की किसान सभा व सीटू की इकाई भी है.
इस मौके पर कामरेड गुरनाम सिंह जिला सचिव सीटू, कामरेड ओपी सिद्धू सचिव किसान सभा ऊना ने कहा कि इकाई के सभी सदस्य इस बिल का विरोध करते हैं. केंद्र सरकार इस कानून को जल्द से जल्द वापस ले. अगर आगामी 3 दिसंबर को सरकार किसानों से बातचीत नहीं करती है तो जिला से भी किसान ना जाएंगे साथ ही घर घर जा कर राशन एकत्रित कर प्रदर्शन कर रहे किसान तक पहुंचाया जाएगा.