ऊना: रबी सीजन 2023-24 में गेहूं खरीद के लिए ऊना जिले में ऑनलाइन पंजीकरण और गेहूं खरीद की प्रक्रिया आरंभ हो गई है. डीसी राघव शर्मा ने गेहूं खरीद संबंधी तमाम प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के आदेश अधिकारियों को जारी कर दिए. बता दें कि जिले के किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए प्रदेश की बाहरी मंडियों में भटकना न पड़े इसी के मद्देनजर जिले के भीतर गेहूं खरीद करने के लिए प्रशासन अनाज मंडियों को कुछ वर्षों से संचालित कर रहा है.
स्लॉट बुकिंग के आधार पर ली जाती गेहूं: इन मंडियों में किसानों को और सुविधाजनक माहौल उपलब्ध करवाने के लिए स्लॉट बुकिंग के आधार पर ही गेहूं की बिक्री करने की सुविधा प्रदान की गई है, ताकि किसान केवल मात्र अपनी स्लॉट बुकिंग के दिन ही गेहूं लेकर अनाज मंडी पहुंचे और अपनी फसल को बेचकर समयबद्ध घर वापस पहुंचे.
पांच अप्रैल से शुरू किया गया ऑनलाइन पाॅर्टल : उपायुक्त ने बताया कि किसानों को बाहरी राज्यों की मंडियों में न जाना पड़े, इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा गेहूं की खरीद के लिए ऑनलाइन पाॅर्टल बनाया गया ,जो 5 अप्रैल से शुरू हो चुका है. गेहूं खरीद का कार्य 30 जून तक किया जाएगा. डीसी राघव शर्मा ने बताया कि किसान अपनी गेहूं फसल के माध्यम से अपना पंजीकरण कराकर स्लॉट बुक करवा सकते हैं.
लाइसेंस के बिना किसानों का गेहूं क्रय न करें: उन्होंने कहा कि कोई भी व्यापारी कृषि उपज मंडी समिति ऊना द्वारा जारी लाइसेंस के बिना किसानों का गेहूं क्रय न करें. यदि बिना लाइसेंस प्राप्त करें किए कोई व्यापारी किसानों से गेहूं की खरीदी पाया जाता है तो हिमाचल प्रदेश कृषि एवं उद्यानिकी उपज विपणन विधेयक 2005 के तहत कार्रवाई की जाएगी. डीसी ने बताया कि टकारला और रामपुर में स्थापित क्रय केंद्रों में गेहूं की साफ-सफाई के लिए 19 झरने उपलब्ध है. वहीं, लगभग 40 लाख रुपए की लागत से दो मशीनें भी स्थापित की जा रही है, जिनकी प्रति घंटा 10 मीट्रिक टन गेहूं साफ करने की क्षमता है.
गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपए: उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा बेचे गए गेहूं का भुगतान हिमाचल प्रदेश नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा 48 घंटों के भीतर किसान द्वारा दिए गए बैंक खाते में होगा. उन्होंने बताया कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपए निर्धारित किया गया है.
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