ऊना: हरोली विधानसभा क्षेत्र के घालूवाल में आयोजित कांग्रेस के ओबीसी कार्यकर्ता सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) समेत तमाम दिग्गज कांग्रेसियों ने भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकारों को जमकर आड़े हाथों लिया. उन्होंने सरकार पर एससी, एसटी और ओबीसी वर्गों की नौकरियां चोर दरवाजे से अपने चहेतों को बांटने का आरोप लगाया. नेता प्रतिपक्ष ने महंगाई के मुद्दे को लेकर भी सरकार पर जमकर निशाने साधे और कहा कि अच्छे दिन दिखाने के लिए सत्ता में आई भाजपा ने लोगों को बुरे से बुरे दिन दिखा डाले हैं. वहीं, उन्होंने कैग की रिपोर्ट को आधार बनाते हुए प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार करने के भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर हिमाचल की प्रमुख राजनीतिक पार्टियां लगातार अपने विभिन्न मोर्चो प्रकोष्ठों के सम्मेलन और बैठकें कर कार्यकर्ताओं को एक्टिव करने में जुट गई है. इसी कड़ी के तहत सोमवार को हरोली विधानसभा क्षेत्र के घालूवाल में कांग्रेस के ओबीसी विंग का जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधायक सतपाल रायजादा और पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार समेत अन्य कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस लेने का आह्वान किया. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने महंगाई के मुद्दे पर भाजपा सरकारों को घेरने और जनता को सरकार के जनविरोधी निर्णय से अवगत करवाने को कहा. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार जनता के हकों पर डाका डालने में लगी है. उन्होंने कहा कि जनता के हक उनको मिलकर ही रहेंगे, लेकिन सरकार यह बताए कि महंगाई को काबू करने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं. वहीं, रसोई गैस का सिलेंडर भी 900 रुपए को जा पहुंचा है. सीमेंट की बोरी 400 रुपए और सरिया 6500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है. खाद्य पदार्थों के दाम दिन दोगुनी रात चौगुनी बढ़ते जा रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा महंगाई भत्ते की किस्त जारी करने पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह कर्मचारियों का हक था, लेकिन सरकार बताए कि पंजाब पे कमीशन की रिपोर्ट को कब लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार देने के सही रास्ते को छोड़ने के कारण रोस्टर लागू नहीं हो पा रहा, जिसके चलते विभिन्न वर्गों के लोग रोजगार से वंचित हो रहे हैं. जबकि सरकार के नुमाइंदे अपने चहेतों और अपने परिजनों को नौकरियां दे रहे हैं. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ईमानदारी का दम भरने वाली सरकार को कैग की रिपोर्ट में आईना दिखा दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य कर्जे के बोझ तले दबता जा रहा है और सरकार निगमों बोर्डों में चहेतों को लगाकर प्रदेश पर आर्थिक बोझ डाल रही है.
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