ऊना: प्रदेश के पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने हिमाचल प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री रहे और कद्दावर नेता वीरभद्र सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. इस दौरान उन्होंने वीरभद्र सिंह के साथ जुड़े कुछ अहम किस्से साझा किए.
पंचायती राज मंत्री ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने हिमाचल की राजनीति को दशा और दिशा देने में अहम भूमिका निभाई जबकि हिमाचल प्रदेश के विकास में उनके योगदान को अतुलनीय करार दिया. उन्होंने वीरभद्र सिंह को गांव और गरीब का नेता करार देते हुए कहा कि वीरभद्र सिंह अंतिम सांस तक जनता के हितों की पैरवी करते रहे. उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के निधन से हिमाचल की राजनीति के एक युग का अंत हो गया है.
मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि वीरभद्र सिंह का हिमाचल के विकास में अतुलनीय योगदान रहा है. राजनीति में आने से लेकर अंतिम सांस तक जीवनभर वीरभद्र सिंह गांव और गरीब से जुड़े रहे. इतना ही नहीं वीरभद्र सिंह जब अस्वस्थ भी थे तब भी उन्होंने विधानसभा आना नहीं छोड़ा. अपने निर्वाचन क्षेत्र और जनता के हितों की पैरवी वीरभद्र सिंह ने सदैव जोरदार तरीके से की है.
हिमाचल के तमाम राजनीतिज्ञों पर एक बुजुर्ग नेता का आशीर्वाद बना हुआ था. वीरेंद्र कंवर ने कहा कि वीरभद्र सिंह के व्यवहार कई मर्तबा पार्टी लाइन से ऊपर उठकर मानवीय व्यवहार को बढ़ावा देने वाले रहते थे जो सदैव याद किए जाते रहेंगे. कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने वीरभद्र सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए भगवान से उनके परिवार को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की.
पंचायती राज मंत्री ने कहा कि वीरभद्र सिंह इशारों-इशारों में ही राजनीतिक भाषा समझाने का हुनर रखते थे. उन्होंने अपने पहली बार विधायक बनने के बाद वीरभद्र सिंह के कुटलैहड़ दौरे की याद ताजा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान जब कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे तो इसी बीच वीरभद्र सिंह ने उनके माथे पर तिलक लगाते हुए कहा कि मैंने आपका तिलक कर दिया है, अब आप जाइए.
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