ऊना: हरोली उपमंडल के गांव चंदपुर-कलेहड़ा में आदमखोर बाघ ने दिन-दिहाड़े वाहन पर जा रही दो युवतियों पर हमला बोल दिया. जिसमें एक 17 वर्षीय युवती गंभीर घायल हुई है, जबकि दूसरी पुलिस विभाग में तैनात महिला कांस्टेबल ने बाघ से लड़ते हुए बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई.
इसकी पीठ व टांग पर बाघ के पंजों के निशान हैं. दोनों को उपचार के लिए सिविल अस्पताल हरोली लाया गया है, जहां इनका उपचार जारी है. दिन-दिहाड़े हुए बाघ के हमले से पूरे क्षेत्र में भय का माहौल है. लोग दिन में भी अपने घर से निकलने से कतरा रहे हैं. पूबोवाल गांव की जसबिंद्र कौर हिमाचल पुलिस विभाग में कॉन्स्टेबल तैनात है.
ये अपने चाचा के साथ स्कूटी पर नंगल की तरफ जा रही थी कि कलेहड़ा पहुंचने पर खूंखार बाघ चलती स्कूटी पर ही इसके उपर झपटा, काफी जद्दोजहद करते हुए इसने बाघ से खुद को बचाया और स्कूटी चला रहे इसके चाचा ने स्कूटी तेज भगाकर दोनों की जान बचाई. दूसरा वाकया भी इसी स्थान पर पेश आया.
औजले गांव की ही 17 वर्षीय राजबिंद्र कौर ननिहाल से अपने मामा के साथ बाईक से वापिस घर आ रही थी कि बाघ इस पर झपट पड़ा. बाघ के हमले से इसके पैर पर गंभीर चोट आई है और चार टांके इसके पैर में लगे हैं. वहीं, लड़कियों ने बन विभाग से तेंदुए को पकड़ने की गुहार लगाई है ताकि किसी और पर हमला न हो सके.
मामले की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का दौरा किया. वन विभाग के रेंज ऑफिसर सुमित शर्मा ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि तेंदुए के हमले से दो लड़किया घायल हुई है दोनों का इलाज किया गया है लोगों को अकेले में न निकलने की हिदायत दी गई है और तेंदुए को देखते ही तुरंत सूचना दिए जाने को कहा है.