हमीरपुर: कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर पेपर लीक मामले में विजिलेंस की ताबड़तोड़ कार्रवाई लगातार जारी है. मामले में मुख्य आरोपी पेपर बिक्री में दलाल की भूमिका निभाने वाले संजीव के कंप्यूटर टाइपिंग और कोचिंग सेंटर पर विजिलेंस ने वीरवार को दबिश दी है. बताया जा रहा है कि यहां पर टीम ने कोचिंग सेंटर से कंप्यूटर हार्ड डिस्क और अन्य दस्तावेज भी जब्त किए हैं. अन्य दस्तावेजों में इस कोचिंग सेंटर के तमाम स्टूडेंट्स और पिछले लगभग 2 साल का डाटा शामिल है.
गौरतलब है कि जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट आईटी पोस्ट कोड 965 पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपियों निलंबित कर्मचारी उमा आजाद और कोचिंग सेंटर संचालक संजीव को एक बार फिर विजिलेंस टीम ने रिमांड पर लिया है अदालत ने इन आरोपियों को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है. बताया जा रहा है कि कोचिंग सेंटर संचालक संजीव पेपर लेकर प्रकरण में अहम भूमिका मानी जा रही है वह पेपर बिक्री में अपने सेंटर के जरिए पेपर के खरीदार तलाश करता था.
कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय में अब कर्मचारियों ने कार्य किया शुरू: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय में फंक्शनिंग को तो प्रदेश सरकार ने सस्पेंड कर दिया है, लेकिन भर्ती परीक्षाओं के अलावा अन्य कार्यों को यहां पर शुरू कर दिया गया है अब कर्मचारियों को भी कार्यालय में कार्य करने के लिए अनुमति दी गई है लेकिन यह कर्मचारी सरकार के दिशानिर्देशों के मुताबिक की भर्तियों से जुड़े हुए कोर्ट मैटर इत्यादि का कार्य करेंगे, जबकि भर्तियों की परीक्षाओं और दस्तावेजों इत्यादि का मूल्यांकन अब सरकार ने स्थगित कर दिया है एक-दो दिन तक लगातार कोई भी कार्य कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय में नहीं हुआ और कर्मचारियों को विजिलेंस और एसआईटी की उपस्थिति में कार्यालय में प्रवेश तक नहीं मिला था, लेकिन अब यहां पर सरकार के निर्देशों के मुताबिक काम शुरू हो गया है. (JOA IT Paper Leak Case) (JOA IT Paper Leak Case update) (Vigilance raid in coaching center)
पिछले 3 साल से कार्य कर रहा कोचिंग सेंटर हर एक स्टूडेंट पर रहेगी नजर: पिछले 3 साल से यह कोचिंग सेंटर चल रहा है विजिलेंस जांच में यह स्पष्ट होगा कि इस कोचिंग सेंटर से अभी तक कितने स्टूडेंट्स ने कोचिंग ली है और वर्तमान में उनका स्टेटस क्या है माना जा रहा है कि विजिलेंस की टीम ने इस कोचिंग सेंटर के संचालक को एक बार फिर अदालत से इस ग्राउंड पर रिमांड हासिल किया है कि कोचिंग सेंटर में अभी विस्तृत जांच की जानी बाकी है जांच प्रभावित ना हो इसलिए सेंटर के संचालक को रिमांड पर लिया जाना जरूरी है अदालत ने विजिलेंस की दलीलों को माना है जिसके चलते आरोपी को 4 दिन के रिमांड के बाद फिर 3 दिन के रिमांड पर भेजा गया है. रिमांड मिलने के बाद अब लगातार आरोपी संजीव के कोचिंग सेंटर में विजिलेंस की टीम बारीकी से जांच कर रही है.
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