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सूनी हुई हिमाचल की राजनीति, सतलुज नदी में प्रवाहित हुई राजा वीरभद्र की अस्थियां - हिमाचल के एक युग का हुआ अंत

हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद उनकी अस्थियों को जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचाया गया. जिसके बाद शनिवार को अस्थिों के विधिवत विसर्जन का आयोजन किया गया. सतलुज नदी में विधिवत रूप से अस्थियों का विसर्जन करते हुए कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजा साहब अमर रहे के नारे लगाते हुए स्वर्गीय वीरभद्र सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.

सतलुज नदी में प्रवाहित की गई राजा वीरभद्र की अस्थियां
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Published : Jul 17, 2021, 4:19 PM IST

ऊना: हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद उनकी अस्थियों को जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचाया गया. जिसके बाद शनिवार को अस्थिों के विधिवत विसर्जन किया गया. ऊना, हरोली और कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने नेताओं के नेतृत्व में कलश यात्रा निकाल कर अस्थियों को पवित्र सतलुज नदी में विसर्जित किया.

वहीं, सतलुज नदी में विधिवत रूप से अस्थियों का विसर्जन करते हुए कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजा साहब अमर रहे के नारे लगाते हुए स्वर्गीय वीरभद्र सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.

इस दौरान हरोली से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्मिहोत्री, ऊना सदर से विधायक सतपाल रायजादा और कुटलैहड़ से कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष विवेक शर्मा की अगुवाई में कलश यात्रा निकाल कर सतलुज नदी में विसर्जन के लिए पहुंचे. कांग्रेस नेताओं ने वीरभद्र सिंह की मौत को हिमाचल के एक युग का अंत बताया है.

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पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह का अस्थि कलश शनिवार को कलश यात्रा के साथ जिला के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल और ब्रह्मा जी के मंदिर ब्रह्माहुति स्थित सतलुज के किनारे पहुंचाया गया. जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गमगीन माहौल में विधिवत अस्थि विसर्जन करते हुए वीरभद्र सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की राजनीति का एक अध्याय वीरभद्र सिंह की मृत्यु के साथ ही समाप्त हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के बाद से प्रदेश भर में माहौल बेहद गमगीन है, केवल कांग्रेस ही नहीं बल्कि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर हर दूसरे दल के नेता भी वीरभद्र सिंह के निधन को प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति बता रहे हैं.

ये भी पढ़ें-सरकारी महकमा ही नहीं कर रहा गाइडलाइन का पालन, लोगों में भी नहीं कोरोना का डर

ऊना: हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद उनकी अस्थियों को जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचाया गया. जिसके बाद शनिवार को अस्थिों के विधिवत विसर्जन किया गया. ऊना, हरोली और कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने नेताओं के नेतृत्व में कलश यात्रा निकाल कर अस्थियों को पवित्र सतलुज नदी में विसर्जित किया.

वहीं, सतलुज नदी में विधिवत रूप से अस्थियों का विसर्जन करते हुए कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजा साहब अमर रहे के नारे लगाते हुए स्वर्गीय वीरभद्र सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.

इस दौरान हरोली से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्मिहोत्री, ऊना सदर से विधायक सतपाल रायजादा और कुटलैहड़ से कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष विवेक शर्मा की अगुवाई में कलश यात्रा निकाल कर सतलुज नदी में विसर्जन के लिए पहुंचे. कांग्रेस नेताओं ने वीरभद्र सिंह की मौत को हिमाचल के एक युग का अंत बताया है.

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पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह का अस्थि कलश शनिवार को कलश यात्रा के साथ जिला के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल और ब्रह्मा जी के मंदिर ब्रह्माहुति स्थित सतलुज के किनारे पहुंचाया गया. जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गमगीन माहौल में विधिवत अस्थि विसर्जन करते हुए वीरभद्र सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की राजनीति का एक अध्याय वीरभद्र सिंह की मृत्यु के साथ ही समाप्त हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के बाद से प्रदेश भर में माहौल बेहद गमगीन है, केवल कांग्रेस ही नहीं बल्कि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर हर दूसरे दल के नेता भी वीरभद्र सिंह के निधन को प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति बता रहे हैं.

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