ऊना: जिला ऊना में अब ड्रैगन फ्रूट की खेती लहराएगी. जिले में किसान बागवान ड्रैगन फ्रूट की खेती को व्यवसायिक खेती के रुप में अपना रहें हैं. ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए जिला ऊना का मौसम बिलकुल अनुकूल है. वहीं ड्रैगन फ्रूट की खेती को जानवर भी नहीं खाते हैं. इस खेती को पानी की जरूरत भी कम होती है. ड्रैगन फ्रूट के बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं. जिससे इस फ्रूट की खेती किसानों बागवानों के लिए बेहद फायदेमंद है. जिससे न केवल ड्रैगन फ्रूट की पैदावार जिले में बढ़ेगी बल्कि किसानों बागवानों की आजिविका में भी इजाफा होगा.
बता दें कि पिछले दो सालों में जिला प्रशासन ने ड्रैगन फ्रूट की खेती को मनरेगा में प्रोत्साहित किया है, जिसमें बागवान को 1 लाख तक की सहायता दी जाती है. ड्रैगन फ्रूट की खेती के शुरू में ट्रेलिस सिस्टम की जरुरत होती. जिसके कारण इसमें खर्चा अन्य फसलों की तुलना में अधिक होता है. इसके लिए बैंक ऋण उपलब्ध नहीं हो पाता था. ड्रैगन फ्रूट की खेती को बैंक ऋण के दायरे में लाने के लिए 7 मार्च को जिला प्रशासन ने स्केल ऑफ फाइनैन्स अधिसूचित करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था, जिसमें 1 एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए 6 लाख 32 हज़ार 80 रूपये के ऋण का प्रस्ताव सरकार के सामने रखा था. जिला प्रशासन के इस प्रस्ताव को राज्य स्तरीय तकनीकी कमेटी ने स्वीकार कर लिया.
जिसके तहत अब जिला के किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए ऋण सुविधा उपलब्ध होगी और वह व्यवसायिक रूप से इस फल की पैदावार कर सकेंगे. ऊना जिले में ड्रैगन फ्रूट की खेती को नई दिशा प्रदान की जाएगी. जिसके लिए प्रशासन को किसानों और बागवानों को ड्रैगन फ्रूट खेती के लिए ऋण सुविधा देने के लिए राज्य सरकार की अनुमति मिल गई है. इस महत्वकांक्षी योजना का खुलासा करते हुए डीसी राघव शर्मा ने बताया कि अब ऊना जिला के किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए 6 लाख 32 हज़ार 80 रुपए प्रति एकड़ के लिए ऋण ले सकते हैं.
डीसी ऊना ने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 4% की रियायती ब्याज दर पर 3 लाख रूपये का ऋण ले सकते हैं. इससे ज्यादा का ऋण लेना होगा तो वो सामान्य ब्याज दर पर मिलेगा. डीसी राघव शर्मा ने कहा कि जिला के इच्छुक किसान-बागवान ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए बैंक से ऋण ले सकते हैं और इसे व्यवसाय के रुप में अनपा सकते हैं. वहीं, डीसी ऊना ने बताया कि जिला के बेहड़ बिट्ठल में विश्व बैंक पोषित ड्रैगन फ्रूट प्रॉसेसिंग प्लांट का कार्य चालू है, जिसके लिए ज्यादा से ज्यादा ड्रैगन फ्रूट की जरूरत पड़ेगी. बैंक ऋण की सुविधा मिलने से किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती को प्रोत्साहन मिलेगा और किसान इस ओर कदम बढ़ाएगें.