ऊना: जिला मुख्यालय के रीजनल अस्पताल के समीप झाड़ियों में एक नवजात शिशु का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया है. दरअसल यह मामला उस वक्त ध्यान में आया जब अस्पताल के ही शिशु रोग विशेषज्ञ ने अपने सरकारी आवास से अस्पताल आते समय एक कुत्ते के मुंह में नवजात शिशु की टांग देखी. चिकित्सक ने फौरन आसपास के क्षेत्र की छानबीन की तो झाड़ियों में नवजात बच्चे का बाकी शरीर पड़ा हुआ दिखाई दिया. उन्होंने फौरन इस घटना के संबंध में रीजनल अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. रमन कुमार शर्मा को सूचित किया.
एमएस डॉक्टर रमन शर्मा ने पुलिस को मामले की जानकारी दी. पुलिस ने घटना के संबंध में मौके पर पहुंचकर तहकीकात शुरू की और अज्ञात महिला के खिलाफ नवजात शिशु को इस तरफ फेंके जाने के आरोप में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल में बतौर शिशु रोग विशेषज्ञ तैनात 39 वर्षीय डॉ. विकास चौहान रोजमर्रा की तरह बुधवार सुबह अपने सरकारी आवास से रीजनल अस्पताल ऊना की तरफ आ रहे थे. इसी दौरान उनकी नजर सड़क के किनारे चल रहे एक कुत्ते पर पड़ी, जिसके मुंह में एक नवजात शिशु की टांग थी. जिसे देखकर चिकित्सक फौरन रुके. उन्होंने आसपास का क्षेत्र जब चेक किया तो पास की झाड़ियों में ही नवजात शिशु का बाकी शरीर भी पड़ा दिखाई दिया.
मामले के संबंध में अस्पताल के उच्च अधिकारियों और पुलिस को सूचित किया गया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नवजात शिशु के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रीजनल अस्पताल भेजा. ऐसा माना जा रहा है कि इस बच्चे के पैदा होने के बाद ही किसी महिला या लड़की ने इसे इन झाड़ियों में दफना दिया था. लेकिन कुत्तों ने इस बच्चे के शरीर को जमीन से निकालकर नोचना शुरु कर दिया. पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि घटना के संबंध में पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 317 के तहत केस दर्ज किया है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
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