ऊना: देशभर के कई राज्यों में फसलों पर टिड्डी दल के हमले को देखते हुए अब हिमाचल सरकार ने अलर्ट जारी किया है. सरकार ने इस अलर्ट में मैदानी क्षेत्र वाले प्रदेश के चार जिलों ऊना, सोलन, बिलासपुर और कांगड़ा को अधिक सतर्क रहने को कहा है.
इस अलर्ट के बाद कृषि विभाग ने किसानों को जागरूक करने का अभियान शुरू कर दिया है. किसानों को थाली या संगीत बजाकर इन्हें भगाने के सुझाव दिए हैं. विभाग ने जल्दी ही इसकी दवाई भी किसानों को दिए जाने की बात कही है. वहीं, टिड्डी दल के आने की सूरत में इसकी सूचना तुरंत विभाग को देने के निर्देश दिए हैं.
एशिया के अन्य देशों से गुजरते हुए टिड्डी दल भारत पहुंच चुका है. यह टिड्डी दल फसलों को देखते ही उस पर एक साथ टूट पड़ता है और फसल को बर्बाद कर देता है. देश के कई राज्यों में इसकी बानगी देखी जा चुकी है. जहां यह टिड्डी दल किसानों की मेहनत पर पानी फेरता हुआ उनकी फसलों को खराब कर चुका है. जिसके बाद वहां की राज्य सरकारें हरकत में आई और किसानों को टिड्डी दल से छुटकारा दिलाने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन अब इस टिड्डी दल की देश के एक राज्य से दूसरे राज्य में फैलने की संभावना है.
इसी संभावना को देखते प्रदेश सरकार ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है. सरकार ने इस अलर्ट में मैदानी क्षेत्र वाले जिलों को सबसे अधिक खतरा बताया है. क्योंकि मैदानी क्षेत्रों में इनकी रफ्तार तेज होती है. प्रदेश के सर्वाधिक अलर्ट वाले यह 4 जिले ऊना, सोलन, बिलासपुर और कांगड़ा है.
बहरहाल सरकार के इस अलर्ट के बाद कृषि विभाग भी हरकत में आ गया है. विभाग ने किसानों को जागरूक करने की मुहिम शुरू कर दी है. विभाग द्वारा टिड्डी दल को देखने पर किसानों को कनस्तर, थाली या संगीत बजाकर इन्हें भगाने के सुझाव दिए गए हैं. जबकि टिड्डी दल के आने पर इसकी सूचना तुरंत विभाग को देने के निर्देश दिए हैं. विभाग ने टिड्डी दल से बचाव के लिए इसकी एक दवाई भी जल्दी ही किसानों को दिए जाने का दावा किया है.
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