ऊनाः आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अंतर्गत दिल्ली सेआए इंटर मिनिस्ट्रियल केन्द्र की टीम ने डीडब्ल्यूडी एसके श्रीवास्त के नेतृत्व में मानसून सीजन 2020 में हुई भारी बारिश और बाढ़ के कारण जिला ऊना में हुए नुक्सान का जायजा लिया. इस दौरान निरीक्षण दल ने प्रभावित क्षेत्रों उठाऊ सिंचाई योजना भवौर साहिब और स्वां नदी बाढ़ प्रबन्धन के अंतर्गत लाल सिंगी और हंडोला से जगत खाना सड़क सहित विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया.
उपायुक्त ऊना ने दी नुकसान की विस्तृत जानकारी
इससे पहले केन्द्रीय दल ने जिला प्रशासन के साथ बैठक करके जिला में हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी हासिल की. बैठक में उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने बताया कि बरसात के दौरान जिला में विभिन्न विभागों के अन्तर्गत 65 करोड़ 50 लाख 45 हजार रूपये का नुकसान हुआ था. जिनमें लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत सड़कों का 15 करोड़ 24 लाख, जल शक्ति विभाग के अंतर्गत स्थापित विभिन्न पेयजल व सिंचाई परियोजनाओं का 12 करोड़, स्वां नदी बाढ़ प्रबन्धन के तहत 35 करोड़ 60 लाख, विद्युत लाइनों व खंबों इत्यादि का 56 लाख 45 हजार,कृषि के अन्तर्गत खड़ी मक्की व धान फसल का एक करोड़ 83 लाख और शिक्षा विभाग के तहत 6 लाख 85 हजार रूपये का नुक्सान हुआ है. उन्होंने बताया कि बरसात के दौरान जिला में स्थापित 4 शहरी व 173 ग्रामीण पेयजल परियोजनाएं 97 सिंचाई परियोजनाएं तथा 6 मलनिकासी परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं.
बजट की रखी मांग
बैठक में डीडब्ल्यूडी गुड़गांव एसके श्रीवास्तव, अतिरिक्त निदेशक व्यय विभाग महेश कुमार, शिमला से क्षेत्रीय अधिकारी सड़क, यातायात एण्ड मार्ग वरूण अग्रवाल, एडीसी डॉ.अमित शर्मा, एसडीएम डॉ. सुरेश जसवाल आदि अधिकारियों ने केंद्रीय दल के समक्ष विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की व बजट की मांग की.