ऊनाः उपमंडल हरोली के गांव पंजावर के 48 वर्षीय तिलक राज के कोविड-19 के चलते बहरीन में मौत होने का मामला सामने आया है. तिलक राज महज 2 महीने पहले ही रोजी-रोटी की तलाश में भारत से बहरीन गया था, लेकिन इसी बीच कोविड-19 के चलते उसकी बहरीन में ही मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने मांग की है कि उसके शव को भारत लाया जाए, ताकि वे विधि विधान से उसका अंतिम संस्कार कर सकें. इस मांग को लेकर मृतक का परिवार बुधवार को जिलाधीश ऊना राघव शर्मा से मिलेगा.
1 जून को बहरीन में कोरोना के चलते हुई मौत
मृतक के परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व उन्हें तिलक राज के बहरीन में बीमार होने की सूचना मिली थी, जिसमें बताया गया था कि वह कोविड-19 से ग्रस्त हो गए हैं. इसी बीच 1 जून को उनकी बहरीन में ही संक्रमण के चलते मौत हो गई. परिजनों को इसकी जानकारी मौत से कुछ दिन बाद मिली.
परिजनों ने सरकार से की ये मांग
मृतक के भाई राकेश कुमार का कहना है कि मौत की खबर मिलने के बाद उन्होंने सबसे पहले उस ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया, जिसके माध्यम से तिलक राज विदेश गए थे, लेकिन ट्रैवल एजेंट ने परिजनों ने कोई पुख्ता सूचना नहीं दी, जिसके बाद उन्होंने सरकार से शव को वापस भारत लाने की मांग उठाई. एक तरफ जहां तिलक राज की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. वहीं, बिना शव को देखे परिजनों को यह यकीन करना भी आसान नहीं कि उनकी बहरीन में मौत हो चुकी है.
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