ऊना: कोरोना संकट के कारण देश भर में 31 मई तक लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन के बीच बाहरी राज्यों में फंसे लोगों का सिलसिला जारी है. देश भर में लॉकडाउन के कारण सभी राज्यों से प्रवासियों द्वारा अपने अपने राज्यों को जाना निरंतर जारी है. इसके लिए हर राज्य अपनी तरफ से हर संभव सहायता का प्रयास करने में लगा हुआ है. हिमाचल प्रदेश में भी जयराम सरकार ने इस दायित्व को निभाने की कोशिश में है.
प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश के लगभग 280 प्रवासियों को ऊना से उनके गृह जिलों सीतापुर मऊ और शाहजहांपुर भेज दिया. ऊना प्रशासन ने इन्हें 204 और 79 के ग्रुप में भेजा है. इन सभी को कालका से स्पेशल ट्रेन द्वारा भेजा जाएगा, जबकि कालका तक इन सभी को हिमाचल प्रदेश रोडवेज की बसों से रवाना किया गया.
अपनी रवानगी के दौरान मीडिया से बात करते हुए प्रवासी लोगों का दर्द छलक पड़ा. एक दिव्यांग प्रवासी ने अपनी पत्नी के गर्भवती होने और डिलीवरी के समय यहां परेशानी होने की संभावना के मद्देनजर वापस जाने की बात कही. वहीं, अन्य प्रवासी लोगों ने लॉकडाउन में रोजगार नहीं होने और महीने में 5 से 10 किलों राशन ही मिलने का दावा किया.
बता दें कि इन सभी प्रवासियों को भेजने से पहले सभी लोगों के दस्तावेजों की जांच के लिए ऊना में सोशल डिस्टेंसिंग के तहत एक जगह पर एकत्र किया गया. जिसके बाद इन्हें श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अपने-अपने जिलों को भेजा गया.
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