सोलन: हिमाचल प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए प्रदेश सरकार बंदिशें भी लगा रही है, लेकिन खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से लोगों की जान जोखिम में डाली जा रही है.
बायोमीट्रिक मशीन से ही मिल रहा राशन
कोरोनाकाल में भी सरकारी डिपो में बायोमीट्रिक मशीन पर अंगूठा लगाकर ही राशन मिल रहा है. इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. इस समस्या के बारे में डिपो धारक कई बार सरकार और प्रशासन को पत्र भी लिख चुके हैं, बावजूद इसके अभी तक बायोमीट्रिक मशीन से ही राशन मिल रहा है.
कोरोना संक्रमण के फैलने का डर
सोलन शहर की अगर बात की जाए तो यहां लगातार कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. मॉल रोड़ सोलन पर स्थित राशन डिपो होल्डर योगराज शर्मा और संजीव कुमार का कहना है कि सरकार के आदेशों के अनुसार बायोमीट्रिक प्रणाली से राशन दिया जा रहा है, लेकिन इस प्रणाली के चलते अब कोरोना संक्रमण फैलने का डर उनको भी सता रहा है.
प्रशासन से लगाई गुहार
डिपो होल्डर का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान न तो सरकार की ओर से उन्हें कोई सुविधा दी जा रही है, जिससे वो कोरोना संक्रमण से बच सकें. कई बार अपने सामने आ रही समस्याओं के बारे में प्रशासन और सरकार को अवगत करवा चुके हैं, लेकिन समस्या का हल नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर बायोमीट्रिक मशीन को बार-बार सैनेटाइज किया जाता है तो फिर ये मशीन काम करना बंद कर देती है. ऐसे में इसे बार-बार सैनिटाइज भी नहीं किया जा सकता.
बायोमीट्रिक मशीन से बढ़ा संक्रमण का खतरा
हालांकि सरकार की ओर से राशन की चोरी को रोकने के लिए बायोमीट्रिक प्रणाली को शुरू किया गया था. जिसमें राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक किया गया है. राशन कार्ड में दर्ज परिवार का कोई भी सदस्य अंगूठा लगाकर राशन ले सकता है. ऐसे में रिकॉर्ड ऑनलाइन हो जाता है. राशन कार्ड धारक को कितना राशन मिला है इसका पूरा ब्यौरा ऑनलाइन रहता है. वहीं, राशन की चोरी को रोकने का यह सही तरीका है, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच बायोमीट्रिक मशीन से संक्रमण का खतरा बढ़ चुका है.
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