शिमला: फर्जी डिग्री मामले में सीआईडी ने विदेश मंत्रालय को सिफारिश की थी कि आरोपी राज कुमार राणा और उसके परिवार का पासपोर्ट जब्त किया जाए. इस पर विदेश मंत्रालय ने राणा की पत्नी और बेटा-बेटी का पासपोर्ट जब्त कर लिया है. अब तीनों सिर्फ एक बार ही भारत वापस आने के लिए उस पासपोर्ट का इस्तेमाल कर सकेंगे.
गौरतलब है कि राणा ने लाखों फर्जी डिग्रियां बेचकर तीनों के नाम करोड़ों रुपये की संपत्ति खरीदी थी. परिवार के तीनों सदस्यों के पासपोर्ट जब्त होने के साथ ही अब विदेश मंत्रालय ने ऑस्ट्रेलिया में छिपे परिजनों को भारत प्रत्यर्पण के लिए ऑस्ट्रेलिया की सरकार से संपर्क साध लिया है.
सीआईडी ने रद्द कराया था पासपोर्ट
जानकारी के अनुसार अगले दो महीने में राणा का परिवार भारत आ सकता है. इससे पहले शुरुआती दौर की जांच के बाद भारत से न भागने देने के लिए सीआईडी ने विदेश मंत्रालय से राज कुमार राणा का पासपोर्ट रद्द करा दिया था.
194 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त
राणा के परिवार के भारत पहुंचते ही न सिर्फ तीनों कोर्ट में पेश किए जाएंगे, बल्कि फर्जी डिग्रियां बेचकर परिजनों के नाम पर पंजीकृत अवैध संपत्तियों को भी प्रवर्तन निदेशालय की मदद से जब्त किया जाएगा. राणा के नाम पर दर्ज करीब 194 करोड़ रुपये की संपत्तियों को सीआईडी पहले ही ईडी से जब्त करवा चुका है.
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