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नालागढ़ः मेकशिफ्ट अस्पताल में ऑक्सीजन हुई लीक, स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

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Published : Apr 25, 2021, 4:29 PM IST

नालागढ़ में नवनिर्मित मेकशिफ्ट अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने का मामला सामने आया है. जिससे स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. यहां अफरा-तफरी में मरीजों को ईएसआई हॉस्पिटल काठा शिफ्ट किया गया.

Makeshift Hospital in Nalagarh
फोटो.

नालागढ़:औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में नवनिर्मित मेकशिफ्ट अस्पताल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने का मामला सामने आया. इस लीकेज के कारण 20 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर खाली हो गए.

मरीजों को किया ईएसआई काठा शिफ्ट

जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त मेकशिफ्ट अस्पताल में कोरोना से गंभीर रूप से बीमार दो मरीज भर्ती किए गए थे. उन्हें ऑक्सीजन देने की तैयारी चल रही थी, लेकिन रिसाव के कारण ऊपजे हालात के बीच दोनों मरीजों को तुरंत उपचार के लिए ईएसआई काठा शिफ्ट कर दिया गया.

ऑक्सीजन के लिए देश भर में किल्लत के मामलों के बीच बेशक ऑक्सीजन के रिसाव के इस मामले से कोई हाहाकार की स्थिति नहीं बनी है, लेकिन इस घटना ने कोरोना सहित अन्य गंभीर बीमारियों से त्रस्त मरीजों के उपचार के लिए स्थापित मेकशिफ्ट अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों में कमी को जरूर उजागर कर दिया है.

गंभीर हालत में नवनिर्मित मेक शिफ्ट अस्पताल में लाए गए थे मरीज

जानकारी के मुताबिक यह घटना बीते शुक्रवार की है, उस वक्त गंभीर रूप से बीमार दो मरीज जिनमें एक 29 वर्षीय पुरुष और एक 32 वर्षीय महिला शामिल हैं, उन्हें गंभीर अवस्था में नवनिर्मित मेक शिफ्ट अस्पताल में लाया गया था.

रिसाव के कारण ऑक्सीजन प्राप्त करने में विफल रहे मरीज

दोनों मरीज वहां रिसाव के कारण ऑक्सीजन प्राप्त करने में विफल रहे. जिसके चलते दोनों मरीजों को ईएसआई अस्पताल काठा में शिफ्ट करना पड़ा. सांस लेने में समस्या का सामना कर रहे दोनों मरीजों को नालागढ़ अस्पताल के डॉक्टर बेहतर उपचार के लिए आईजीएमसी शिमला या एमएमयू में शिफ्ट करने की कोशिश में थे, लेकिन दोनों संस्थानों से मंजूरी न मिलने से उन्हें मेक शिफ्ट अस्पताल में रखना पड़ा. वहां पाइपलाइन में रिसाव के कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो गई. ऐसे में मरीजों को तुरंत काठा शिफ्ट कर दिया गया.

अस्पताल प्रशासन की लापरवाही मरीडजों पर पड़ सकती थी भारी

नवनिर्मित मेकशिफ्ट अस्पताल में सुविधाओं की कमी के चलते और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते उनकी हालत और बिगड़ सकती थी.

बद्दी के काठा में दोनों मरीजों को ऑक्सीजन और वैंटिलेटर मिला

अब बद्दी के काठा में दोनों मरीजों को ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सहायता प्रदान की गई है. बताया जा रहा है कि मेक शिफ्ट अस्पताल में ऑक्सीजन गैस की पाइपलाइन में कोई दिक्कत आने की वजह से रिसाव हो गया, जिस कारण बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन की कमी हो गई है. पाइपलाइन में किसी तकनीकी खामी से हुए गैस रिसाव के कारण करीबन 40 सिलेंडरों में से 20 सिलेंडर खाली हो गए हैं.

बीएमओ नालागढ़ ने दी जानकारी

बीएमओ नालागढ़ डॉ. केडी जस्सल से जब फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि कुछ तकनीकी दिक्क्तों के कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति में समस्या आई थी जिसे ठीक किया जा रहा है. गंभीर रूप से बीमार दो मरीजों को मेक शिफ्ट अस्पताल से ईएसआईसी काठा में स्थनांतरित कर दिया गया, जहां उन्हें ऑक्सीजन और वेंटिलेटर सहायता प्रदान की गई है. उन्होंने बताया कि लीकेज के कारण 20 सिलेंडर खाली हो गए हैं, जिन्हें एक दो दिन में रिफिल करवा दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: 416 पेड़ों की अवैध कटाई का मामला, वन विभाग के अफसरों से 34 लाख 68 हजार की वसूली का आदेश

नालागढ़:औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में नवनिर्मित मेकशिफ्ट अस्पताल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने का मामला सामने आया. इस लीकेज के कारण 20 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर खाली हो गए.

मरीजों को किया ईएसआई काठा शिफ्ट

जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त मेकशिफ्ट अस्पताल में कोरोना से गंभीर रूप से बीमार दो मरीज भर्ती किए गए थे. उन्हें ऑक्सीजन देने की तैयारी चल रही थी, लेकिन रिसाव के कारण ऊपजे हालात के बीच दोनों मरीजों को तुरंत उपचार के लिए ईएसआई काठा शिफ्ट कर दिया गया.

ऑक्सीजन के लिए देश भर में किल्लत के मामलों के बीच बेशक ऑक्सीजन के रिसाव के इस मामले से कोई हाहाकार की स्थिति नहीं बनी है, लेकिन इस घटना ने कोरोना सहित अन्य गंभीर बीमारियों से त्रस्त मरीजों के उपचार के लिए स्थापित मेकशिफ्ट अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों में कमी को जरूर उजागर कर दिया है.

गंभीर हालत में नवनिर्मित मेक शिफ्ट अस्पताल में लाए गए थे मरीज

जानकारी के मुताबिक यह घटना बीते शुक्रवार की है, उस वक्त गंभीर रूप से बीमार दो मरीज जिनमें एक 29 वर्षीय पुरुष और एक 32 वर्षीय महिला शामिल हैं, उन्हें गंभीर अवस्था में नवनिर्मित मेक शिफ्ट अस्पताल में लाया गया था.

रिसाव के कारण ऑक्सीजन प्राप्त करने में विफल रहे मरीज

दोनों मरीज वहां रिसाव के कारण ऑक्सीजन प्राप्त करने में विफल रहे. जिसके चलते दोनों मरीजों को ईएसआई अस्पताल काठा में शिफ्ट करना पड़ा. सांस लेने में समस्या का सामना कर रहे दोनों मरीजों को नालागढ़ अस्पताल के डॉक्टर बेहतर उपचार के लिए आईजीएमसी शिमला या एमएमयू में शिफ्ट करने की कोशिश में थे, लेकिन दोनों संस्थानों से मंजूरी न मिलने से उन्हें मेक शिफ्ट अस्पताल में रखना पड़ा. वहां पाइपलाइन में रिसाव के कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो गई. ऐसे में मरीजों को तुरंत काठा शिफ्ट कर दिया गया.

अस्पताल प्रशासन की लापरवाही मरीडजों पर पड़ सकती थी भारी

नवनिर्मित मेकशिफ्ट अस्पताल में सुविधाओं की कमी के चलते और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते उनकी हालत और बिगड़ सकती थी.

बद्दी के काठा में दोनों मरीजों को ऑक्सीजन और वैंटिलेटर मिला

अब बद्दी के काठा में दोनों मरीजों को ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सहायता प्रदान की गई है. बताया जा रहा है कि मेक शिफ्ट अस्पताल में ऑक्सीजन गैस की पाइपलाइन में कोई दिक्कत आने की वजह से रिसाव हो गया, जिस कारण बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन की कमी हो गई है. पाइपलाइन में किसी तकनीकी खामी से हुए गैस रिसाव के कारण करीबन 40 सिलेंडरों में से 20 सिलेंडर खाली हो गए हैं.

बीएमओ नालागढ़ ने दी जानकारी

बीएमओ नालागढ़ डॉ. केडी जस्सल से जब फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि कुछ तकनीकी दिक्क्तों के कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति में समस्या आई थी जिसे ठीक किया जा रहा है. गंभीर रूप से बीमार दो मरीजों को मेक शिफ्ट अस्पताल से ईएसआईसी काठा में स्थनांतरित कर दिया गया, जहां उन्हें ऑक्सीजन और वेंटिलेटर सहायता प्रदान की गई है. उन्होंने बताया कि लीकेज के कारण 20 सिलेंडर खाली हो गए हैं, जिन्हें एक दो दिन में रिफिल करवा दिया जाएगा.

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