सोलन: संभवत हिमाचल प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब किसी विश्वविद्यालय के छात्रों को स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए रात सड़कों पर प्रदर्शन कर गुजारनी पड़ी होगी. दरअसल पिछले कल यानी सोमवार सुबह 9.30 बजे शुरू हुआ छात्रों की समस्याओं का हल नहीं निकलने के बाद छात्रों ने रात सड़क पर बिस्तर लगाकर विरोध जताया.अब देखना है कि आज इस मामले में छात्रों और कॉलेज प्रबंधन का अगला कदम क्या होगा.
हम नहीं हटेंगे नारे लगाते रहे रात भर: रात भर सड़क पर बैठकर छात्र बड़ी संख्या में जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक हम नहीं हटेंगे नारे रात भर लगाते रहे.दरअसर नौणी विश्वविद्यालय के छात्रों का कहना है कि पीलिया बीमारी लगातार यहां फैल रही,लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया. छात्रों का कहना है कि इस कारण उनकी एक साथी की भी मौत हो गई, हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस बात से साफ इंकार किया है.
छात्रों के साथ बहसबाजी होती रही: सोमवार को छात्रों के साथ विश्वविद्यालय के जिम्मेदारों की बहसबाजी होती रही,उसके बाद छात्रों की मांगों को लेकर विश्वविद्यालय की तरफ से कई कदम उठाए गए, लेकिन छात्र इससे सहमत नजर नहीं आए और रात भर प्रदर्शन जारी रहा. बता दें कि इस पूरे मामले में जिला प्रशासन भी अलर्ट है. सोमवार को जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित रंजन मौके पर गए थे, जिन्होंने पूरी जानकारी ली और पानी के सैंपल लिए गए.
मौत पीलिया से हुई कहा नहीं जा सकता: डॉ. अमित रंजन के मुताबिक छात्र जिस युवती की मौत पीलिया से होना बता रहे है,यह नहीं कहा जा सकता उसकी मौत पीलिया से हुई है. रिपोर्ट्स उस छात्रा की जो आई है ,उसमें कहीं भी स्पष्ट नहीं है कि पीलिया से उसकी मौत हुई है. डॉ. अमित रंजन ने बताया कि छात्रा ने 25 जनवरी को अर्बन हेल्थ सेंटर नौणी में अपने स्वास्थ्य की जांच करवाई थी. 27 जनवरी को उसे अल्ट्रासाउंड को कहा गया था. उसके बाद छात्रा का इलाज बाहरी अस्पतालों में चला और वह विश्वविद्यालय नहीं आई. इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई. कहीं भी स्पष्ट नहीं है कि पीलिया होने से छात्रा की जान गई हो.
26 को हुआ पीलिया: डॉ. अमित रंजन ने बताया कि इस साल अभी तक कुल विश्वविद्यालय में 19 छात्र और 7 कर्मचारियों को पीलिया हुआ. कुछ दिनों से पीलिया के केस में काफी कमी आई है. स्वास्थ्य के मद्देनजर कई कदम छात्रों की मांग पर उठाए गए हैं. नौणी विश्विद्यालय के कुलाधिपति प्रदेश के राज्यपाल हैं और करीब 1600 छात्रों में से एक हजार छात्र होस्टल में रहते हैं.
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