सोलन: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली के लालकिला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच की सजावट इस बार सोलन के विशेष फूलों से होगी. फूलों की खेती के लिए मशहूर सोलन जिले में चायल के साथ लगते महोग गांव से यह फूल दिल्ली भेजे जाएंगे.
जिला सोलन क्षेत्र के पर्यटन नगरी चायल में हर साल करोड़ों का फूलों का व्यापार होता है. चायल के करीब 80 प्रतिशत किसान फूलों की खेती कर इसी से ही अपनी आजीविका कमाते हैं.
चार पेटी गोल्डन सूरजमुखी के फूलों का मिला है ऑर्डर
स्थानीय पुष्प उत्पादक ओम प्रकाश को इस बार 15 अगस्त के लिए चार पेटी गोल्डन सूरजमुखी का विशेष ऑर्डर मिला है. इन फूलों के पूरी तैयार होने में अभी वक्त है. ऐसे में 100 गोल्डन सूरजमुखी फूल ही दिल्ली भेजे जाएंगे.
फ्लोरीकल्चर में रजत पदक हासिल कर चुके हैं ओमप्रकाश
फ्लोरीकल्चर में रजत पदक विजेता ओम प्रकाश ने बताया कि लंबे समय बाद उनके पास कर्सेेंटियम, गुलदाऊदी, यूस्टोमा और यूस्टोफिला की भी डिमांड आई है. ओम प्रकाश ने बताया कि वे पिछले करीब 30-40 वर्षों से फूलों का कारोबार कर रहे हैं. इसी से ही वे अपनी आजीविका कमाते हैं.
लॉकडाउन के चलते हुआ नुकसान
हालांकि लॉकडाउन के चलते फूलों के उत्पादन पर बुरा असर पड़ा है. इस बार न तो बागवान फूलों को बेच पाए और न ही इस बार फूल बाजारों तक पहुंच पाए. इस बार फूल उगाने वाले किसानों को फूल न बिकने के कारण खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा है. इस बार फूल उत्पादकों को लाखों का नुकसान झेलना पड़ा है.
पहली बार लगाए गए हैं हॉलैंड के गोल्डन सुरजमुखी फूल
उन्होंने बताया कि पहली बार महोग में हॉलैंड के गोल्डन सूरजमुखी के एक हजार बीज तैयार किए गए हैं. अधिक डिमांड के बावजूद वह 100 फूल ही भेज पा रहे हैं.
महोग में उत्पादित गोल्डन सूरजमुखी फूल दिल्ली में 15 अगस्त को पीएम के स्टेज की सजावट में इस्तेमाल होंगे. बकौल ओम प्रकाश विशेष किस्म का यह सूरजमुखी फूलों की थोक मार्केट में 20 रुपये प्रति फूल तक बिकता है.
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