सोलन: हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार लोगों से सावधानी बरतने की अपील भी कर रही है. वहीं प्रदेश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ने से रोगियों को होम आइसोलेट भी किया जा रहा है. प्रदेश में ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जहां लोग कोरोना संक्रमित होकर डिप्रेशन में जाकर अपनी जान गवा रहे हैं. ऐसे में उनका आत्मबल बढ़ाने के लिए आज खुद स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर राजीव सैजल ने वर्चुअल माध्यम से उनके साथ बैठक की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना.
स्वास्थ्य मंत्री ने बढ़ाया मरीजों का आत्मविश्वास
स्वास्थ्य मंत्री ने होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित रोगियों का आत्मबल बढ़ाते हुए कहा कि होम आइसोलेशन में रहकर उन्हें खुद से जुड़ने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जब आप 17 दिनों के आइसोलेशन से बाहर निकलेंगे तो आप खुद से जुड़कर निकलेंगे. उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित रोगियों से योग करने की अपील की है. वहीं उन्होंने उन्हें यह विश्वास भी दिलाया है कि यदि वह कभी उनसे मिलना चाहते हैं या फिर बात करना चाहते हैं तो उनका नंबर भी ले सकते हैं.
मरीज बोले कि बीमारी में डॉक्टर्स ने बढ़ाया आत्मबल
होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीज मनदीप ने बताया कि जब वह बीमार हुए तो वह अपने टेस्ट करवाने के लिए अस्पताल में गए. उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और वह 1 मिनट में ही सबसे अलग हो गए थे. हॉस्पिटल से उन्हें फोन आया कि आप पॉजिटिव हैं लेकिन डॉक्टरों ने उनका आत्मबल बढ़ाया. उसके बाद उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल किया गया और रोजाना उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गई. मंदीप ने बताया कि कि होम आइसोलेशन में रहने के बावजूद भी डॉक्टरों द्वारा कभी एहसास नहीं होने दिया कि वह अकेले रह रहे हैं. उनके घर द्वार तक दवाइयां पहुंचती रही. वहीं, उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया कि होम आइसोलेशन में अकेले में रहते-रहते लोग डिप्रेशन का शिकार होकर अपनी जान गवां रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग उनका पूरा ध्यान रखता है.
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