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सोलन में गोपाष्टमी पर्व की धूम, जानिए क्या है मान्यता - सोलन में गोपाष्टमी पर्व

सोलन में गोपाष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया. लोगों ने पूजा-अर्चना कर गाय माता का आशीर्वाद लिया.

सोलन में गोपाष्टमी पर्व की धूम
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Published : Nov 4, 2019, 11:18 PM IST

सोलन: हिन्दू संस्कृति में गाय को मां का दर्जा दिया गया है. गोपाष्टमी पर्व गाय माता को समर्पित है. जिला सोलन में गोपाष्टमी पर्व की धूम देखने को मिली. लोगों ने पूजा अर्चना कर गाय माता का आशीर्वाद लिया.

क्या है मान्यता

बता दें कि इस दिन श्री कृष्ण और गाय माता की पूजा करने से धन और सुख की प्राप्ति होती है. ब्रज में कहा जाता है की यशोदा मइया व नंद महाराज ने गोपाष्टमी पर पहली बार भगवान श्रीकृष्ण को गाय चराने के लिए भेजा था. गोपाष्टमी पर पूजन करने से भगवान प्रसन्न होते हैं. उपासक को धन और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और घर-परिवार में लक्ष्मी का वास होता है.

वीडियो

क्या कहते हैं संयोजक

वहीं, आश्रय गौसदन सोलन के कार्यक्रम के संयोजक अविनाश शर्मा ने बताया कि 4 साल पहले इस गौ सदन की स्थापना की गई थी. इस गौ सदन में करीब 70 गाय हैं, जिनको लोग बेसहारा सड़कों पर छोड़ देते हैं, यहां उनकी देखभाल की जा रही है. वहीं, उन्होंने बताया कि गोपाष्टमी के पर्व पर लोगों ने गौमाता की पूजा की.

सोलन: हिन्दू संस्कृति में गाय को मां का दर्जा दिया गया है. गोपाष्टमी पर्व गाय माता को समर्पित है. जिला सोलन में गोपाष्टमी पर्व की धूम देखने को मिली. लोगों ने पूजा अर्चना कर गाय माता का आशीर्वाद लिया.

क्या है मान्यता

बता दें कि इस दिन श्री कृष्ण और गाय माता की पूजा करने से धन और सुख की प्राप्ति होती है. ब्रज में कहा जाता है की यशोदा मइया व नंद महाराज ने गोपाष्टमी पर पहली बार भगवान श्रीकृष्ण को गाय चराने के लिए भेजा था. गोपाष्टमी पर पूजन करने से भगवान प्रसन्न होते हैं. उपासक को धन और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और घर-परिवार में लक्ष्मी का वास होता है.

वीडियो

क्या कहते हैं संयोजक

वहीं, आश्रय गौसदन सोलन के कार्यक्रम के संयोजक अविनाश शर्मा ने बताया कि 4 साल पहले इस गौ सदन की स्थापना की गई थी. इस गौ सदन में करीब 70 गाय हैं, जिनको लोग बेसहारा सड़कों पर छोड़ देते हैं, यहां उनकी देखभाल की जा रही है. वहीं, उन्होंने बताया कि गोपाष्टमी के पर्व पर लोगों ने गौमाता की पूजा की.

Intro:गाय माता को समर्पित गोपाष्टमी की सोलन में धूम
:- गायों की पूजा अर्चना कर सोलन वासियों ने मनाया गोपाष्टमी पर्व



हिन्दू संस्कृति में गाय को मां का दर्जा दिया गया है। गोपाष्टमी पर्व गाय माता को समर्पित है। जिला सोलन में भी गोपाष्टमी पर्व की धूम देखने को मिली। लोगों ने पूजा अर्चना कर गाय माता का आशीर्वाद लिया।


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क्या है मान्यता.......
बता दें कि इस दिन श्री कृष्ण और गाय माता की पूजा करने से धन और सुख की प्राप्ति होती है। ब्रज में कहा जाता है की यशोदा मईया ने गोपाष्टमी पर पहली बार श्रीकृष्ण को गाय चराने के लिए भेजा था। गोपाष्टमी अथवा धेनु पूजा के दिन नन्द महाराज जी ने भगवान श्रीकृष्ण को गाय चराने के लिये भेजा था।

गोपाष्टमी पर पूजन करने से भगवान प्रसन्न होते हैं, उपासक को धन और सुख-समृ्द्धि की प्राप्ति होती है और घर-परिवार में लक्ष्मी का वास होता है।

Conclusion:क्या कहते है संयोजक.......
वहीं आश्रय गौसदन सोलन के कार्यक्रम के संयोजक अविनाश शर्मा ने बताया कि 4 साल पहले इस गौ सदन की स्थापना की गई थी। जिसमें करीब 70 गाय है जो कि लोगों द्वारा बेसहारा सड़कों पर छोड़ी जाती है उनकी देखभाल की जा रही है। वहीं उन्होंने बताया कि गोपाष्टमी के पर्व पर लोगों ने गौमाता की पूजा की।
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