नालागढ़ : हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने उम्मीदवारों की घोषणा करते ही इसके साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं. कहीं मंत्रियों की सीट बदलने का विरोध हो रहा है तो कहीं टिकट देने पर सवाल उठ रहे हैं. लेकिन नालागढ में टिकट बंटवारा बीजेपी के लिए नई मुसीबत बन सकता है. क्योंकि नालागढ में बीजेपी के पूर्व विधायक केएल ठाकुर ने बगावत की तैयारी कर ली है. (Former BJP MLA KL Thakur) (KL Thakur will contest from Nalagarh)
निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे केएल ठाकुर- दरअसल नालागढ़ सीट से बीजेपी ने कांग्रेस से आए मौजूदा विधायक लखविंदर राणा को टिकट दिया है. जिस पर केएल ठाकुर ने सवाल उठाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. बीजेपी के टिकट बंटवारे से नाराज केएल ठाकुर ने अपने आवास पर समर्थकों के साथ बैठक के बाद ये फैसला लिया है. (Himachal Election 2022)
सोशल मीडिया पर किया ऐलान- सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी कर केएल ठाकुर ने कहा कि नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र की जनता के साथ आज जो बहुत बड़ा धोखा हुआ है. उसका जवाब नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र की प्रबुद्ध जनता देगी और मुझे अन्य पार्टियो से भी टिकट देने की पेशकश की जा रही है लेकिन मैं किसी का हक मारकर आगे आने वालो में से नहीं हूं. नालागढ़ की प्रबुद्ध जनता ही मेरा परिवार है औऱ यही मेरा असली टिकट है. केएल ठाकुर ने लिखा कि इस मुश्किल में, इस आफत में, अब हिम्मत-ए-कौम और अपने इस सख्त इरादे से दुश्मन को यकीनन रोकेंगे. हम जीतेंगे, हम यकीनन जीतेंगे.
केएल ठाकुर ने साल 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की टिकट पर नालागढ़ से चुनाव जीता था. लेकिन साल 2017 में वो कांग्रेस के लखविंदर राणा से चुनाव हार गए थे. दिलचस्प बात ये है कि जिस लखविंदर राणा ने केएल ठाकुर को चुनाव हराया था, वो इसी साल अगस्त महीने में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए और अब बीजेपी ने लखविंदर राणा को ही अपना उम्मीदवार बनाया है. जिससे पूर्व विधायक केएल ठाकुर नाराज हैं और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
कई पदाधिकारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा- केएल ठाकुर को भाजपा का टिकट नालागढ़ में न मिलने से नाराज नालागढ़ भाजपा मंडल और राज्य कार्यकरिणी के करीब 100 से अधिक लोगों ने इस्तीफा दिया है. प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि जिस नेता ने 25 साल से बूथ स्तर की लड़ाई लड़ी आज उसे भाजपा ने दरकिनार किया है.