बद्दी: औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के कुछ उद्योग शहर के नदी-नालों को प्रदूषित कर रहे हैं. फैक्टरियों की ओर से नदी-नालों में केमिकल युक्त प्रदूषित पानी फेंकना कोई नई बात नहीं है. इसके चलते बद्दी के हरीपुर-संड़ोली क्षेत्र के नाले का पानी नीला हो गया है.
रास्ते से गुजरने वाला हर व्यक्ति पानी के रंग को देखकर हैरत में था. प्रदूषण की मार सह रहे बद्दी के लोग भारी मात्रा में पानी के रंग को देखने के लिए इकट्ठा हुए थे.
उद्योग की लापरवाही के चलते नाले का गंदा पानी शाम तक कई किलोमीटर दूर पंजाब के इलाकों में भी देखा गया, लेकिन उद्योगपति बेखौफ होकर उद्योगों की गंदगी नदी-नालों में फेंक रहे हैं. औद्योगिक इकाई ने होली की छुट्टियों का फायदा उठाते हुए उद्योग के रसायनिक पानी को टैंकरों के जरिए नाले में गिरवा दिया.
नाले के पानी का रंग बदलता देख स्थानीय लोगों को पूरा माजरा समझने में देर नहीं लगी और उन्होंने इसकी सूचना राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को दी. इसके बाद बोर्ड के अधिकारियों ने घटनास्थ्ल का रूख किया और मौके से एक ट्रैक्टर के साथ लगे केमिकल युक्त रसायन के टैंक खाली करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. ट्रैक्टर एक उद्योग के केमिकल युक्त प्रदूषित पानी को नाले में फेंकने के लिए आया था.
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव आदित्य नेगी ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली है और बोर्ड ने मौके पर जाकर कार्रवाई करते हुए पानी के सैंपल लिए हैं. पुलिस को भी सूचित किया गया है और बोर्ड ने बद्दी स्थित एसईई को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है.
एसपी बद्दी रोहित मालपानी ने बताया कि पुलिस ने आईपीसी की धारा 269 के तहत मुकद्दमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. मौके पर पहुंचे जिला परिषद धर्मपाल चौधरी ने कहा कि उन्होंने स्वयं जगह का जायजा लिया है. नाले में केमिकल युक्त पानी के देखकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित किया गया है.
जिला परिषद धर्मपाल चौधरी ने कहा कि यह एक गंभीर और चिंताजनक विषय है. प्रदेश के मुखिया जयराम ठाकुर से जल्द ही भी इस विषय पर बात की जाएगी.
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