सोलन: इन दिनों देश भर के महान साहित्याकार खुशवंत सिंह की स्मृति में चल रहे कसौली लिट फेस्ट में शिरकत कर रहे हैं. वहीं, इस खास कार्यक्रम में जाने माने मशहूर साहित्यकार गणेश सैली ने भी शिरकत की. गणेश सैली ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान गणेश सैली ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर केंद्र सरकार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सोच समझकर फैसला लिया है.
इटीवी से खास बातचीत में गणेश सैली ने कहा कि देश ने 5 जिलों के लिए 70 साल तक सफर किया, उन्होंने याद दिलाया कि 27 अक्टूबर 1947 के बारे में कोई याद नहीं करता. उस समय कबीले कश्मीर में घुस गए थे जिसे सब भूल चुके हैं. उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत यहीं से हुई थी और अब इसे समाप्त कर दिया गया है. इस फैसले के लिए पूरे देश ने 70 सालों तक इंतजार किया है.
केंद्र सरकार पर बोले गणेश सैली
केंद्र सरकार ने अपने मेनिफेस्टो में भी अनुच्छेद 370 को हटाना इसे शामिल किया था, इसमें से हमारे जवानों के बॉडी बैग्स आए उन्हें हम कैसे भूल सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह एक शल्य चिकित्सा है, इसमें थोड़ा बहुत दर्द तो होगा. उन्होंने सरकार के इस निर्णय की निर्णय का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि इससे आने वाले समय में पूरे देश में शांति बनी रहेगी.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 70 सालों में जितना पैसा कश्मीर को दिया है उतना किसी को नहीं और यह सारा माल वहां के कुछ ही लोग हड़प गए. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में लद्दाख से भी कई लोग आए हैं और उनसे भी उनकी बातचीत हुई. उन्होंने कहा कि यहां यह निर्णय जल्दबाजी में लिया गया है, क्योंकि यहां के लोगों को मानसिक रूप से इसके लिए तैयार करने की आवश्यकता थी जो नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि अब जो भी होगा अच्छा ही होगा.
गणेश सैली एक परिचय
मूल रूप से गणेश सैली चमोली गढ़वाल के सैल गांव के रहने वाले हैं. प्रो. गणेश सैली ने पहाड़ को करीब से जिया और देखा है. उनकी एक प्रसिद्ध पुस्तक 'वंडरिंग थ्रू द गढ़वाल हिमालया' जिसमें पहाड़ का लोकजीवन जीवंत होता दिखाई दिया था. गणेश शैली अभी तक करीब 30 पुस्तकें लिख चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने रस्किन बॉन्ड के साथ 8 से 10 पुस्तकें लिखी हैं. गणेश सैली विशेष रुप से हिमालय पर पुस्तकें लिखते हैं.
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