सोलन: कोरोना वासरस के चलते भले ही हिमाचल की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा हो, लेकिन अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए किसान-बागवान दिन रात मेहनत कर रहे हैं. सोलन की सब्जी मंडी में कोरोना के बावजूद भी इस साल की देवभूमि की शान 'सेब' की खेप पहुंच चुकी है.
अर्ली वैरायटी के सेब ने प्रदेश की मंडियों में दस्तक दे दी है. बुधवार सुबह सोलन सब्जी मंडी में करसोग से टाइडमैन वैरायटी सेब की पहली खेप पहुंची है. 20 किलो की करीब 500 सेब की पेटियां बिकने के लिए सोलन सब्जी मंडी पहुंची.
सोलन सब्जी मंडी में सेब के आढ़तियों की अभी चहल पहल कम है, लेकिन जिस तरह से शुरुआत हुई है वो धमाकेदार है. सोलन सब्जी मंडी में सेब के आढ़ती राजीव रांटा बे बताया कि इस बार सोलन में सबसे पहली सेब की खेप 500 पेटियों के साथ पहुंची है, जिससे बागवानों को 800 से 1600 रुपये तक के दाम मिले हैं.
उन्होंने कहा कि अभी करसोग से टाइडमैन सेब की वैरायटी आना शुरू हुई है. वहीं, सोलन सब्जी मंडी के सचिव डॉ. रविन्द्र शर्मा का कहना है कि सेब सीजन के लिए सब्जी मंडी और जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
उन्होंने कहा कि जुलाई की 10-15 तारीख तक सेब सीजन पूरी तरह से शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि पिछले साल सोलन सब्जी मंडी में करीब 3 अरब का सेब का कारोबार हुआ है.
बताया जा रहा है कि टाइडमैन किस्म की यह सेब की अर्ली वेरायटी है और ये पहाड़ी क्षेत्रों के निचले इलाकों में होती है. सेब में मंडी की दस्तक के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि धीरे-धीरे अन्य अर्ली किस्मों के सेब की आवक भी मंडी में शुरू हो जाएगी.
हालांकि आगामी 15 जुलाई से सेब सीजन के रफ्तार पकड़ने की संभावना जताई जा रही है. इसी को देखते हुए मंडी समिति और जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. कमीशन एजेंट सहित बाहरी राज्यों से आने वाले सेब के खरीददारों के लिए अभी से ही लाइसेंस की प्रकिर्या अपनाई जा रही है. बाहरी राज्यों से आने वाले व्यापारियों को पहले क्वारन्टाइन होना पड़ेगा उसके बाद ही वे सब की खरीददारी कर सकेंगे.
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