सोलन: इस पिता की किस्मत में नियति ने बेशक बेटा नहीं लिखा लेकिन उसके लिए बेटी सचमुच अनमोल साबित हुई. जब तक रणवीर गुप्ता की सांस चलती रही, बेटी ने सेवा की और जब सांस ने साथ छोड़ दिया तो बेटी ने ही पिता के शव को मुखाग्नि दी.
मामला जिला सोलन के अर्की उपमंडल का है, जहां एक व्यक्ति की मृत्यु पर उसकी तीन बेटियों में से एक बेटी द्वारा मुखाग्नि देने का दृश्य देखकर लोग भावुक हो गए. अर्की नगर पंचायत के वार्ड नंबर 5 के निवासी रणवीर गुप्ता का गत रात अपने निवास स्थान पर आकस्मिक निधन हो गया था.
जब उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाने लगा तो उनकी तीन बेटियों में से एक मंझली बेटी दिव्या गुप्ता लोगों के समझाने- बुझाने के बावजूद भी अपने पिता के शरीर को मुखाग्नि देने व कर्म करने के लिए दृढ़ रही . जिसके चलते लोगों को उसका कहना मानना पड़ा.
यही नहीं मुखाग्नि देते समय उसकी दोनों बहनें भी उनके साथ रहीं और उन्होंने अपनी नम आंखों से अपने पिता को मुखाग्नि दी. इससे पहले भी अर्की उपमंडल मुख्यालय में एक बेटी द्वारा अपने पिता के शरीर को मुखाग्नि दी जा चुकी है. वहीं, लोगों द्वारा समाज की बेड़ियां तोड़कर बेटी द्वारा अपने पिता को मुखाग्नि दिए जाने की सराहना की जा रही है.
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